- डीजे आईनेक्स्ट के कोरोना और कारोबार की चुनौतियां पर आयोजित वेबिनार में व्यापारी और जिला प्रशासन के अधिकारी हुए शामिल

- व्यापारी और जिला प्रशासन का होगा साथ, मिल कर देंगे कोरोना को मात

LUCKNOW: कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लोगों में भय का माहौल ना बनाया जाए बल्कि नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए। सार्वजनिक बंदी के दिन नगर निगम के माध्यम से बाजारों को समुचित सेनेटाइज करने की व्यवस्था की जाए। मास्क को लेकर व्यापारियों के चालान जबरदस्ती ना वसूले जाएं। कुछ इस तरह के सुझाव एक्सपर्ट ने वेबिनार में रखे। शुक्रवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 'कोरोना और कारोबार की चुनौतियां' सब्जेक्ट पर वेबिनार का आयोजन किया, जिसमें एडीएम टीजी विश्वभूषण मिश्र, लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ महामंत्री अमरनाथ मिश्रा, उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता, भूतनाथ व्यापार मंडल के अध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता, नाका क्षेत्र व्यापार मंडल के अध्यक्ष पवन मनोचा और नजीराबाद व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश छिबलानी मौजूद रहे। वेबिनार का को-ऑर्डिनेशन डीजे आई नेक्स्ट लखनऊ के संपादकीय प्रभारी धर्मेद्र सिंह ने किया।

व्यापारियों को होना होगा सजग

वेबिनार में मौजूद लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ महामंत्री अमरनाथ मिश्र ने बताया कि सभी चाहते हैं कि कोरोना संक्रमण के लिए जो गाइड लाइन तैयार की गई है, उसका पालन प्रशासन करवाए, लेकिन यह संभव नहीं है। संक्रमण रोकने की जिम्मेदारी सभी की है। व्यापारियों को भी इसका ध्यान रखना होगा।

नहीं आती सेनेटाइजेशन के लिए टीम

नाका परिक्षेत्र व्यापार मंडल के अध्यक्ष पवन मनोचा के अनुसार सार्वजनिक बंदी वाले दिन सेनेटाइजेशन को लेकर प्रॉब्लम सामने आ रही है। फोन करने के बाद भी सेनेटाइजेशन की टीम नहीं आती है।

व्यापारियों का ध्यान नहीं

उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया कि व्यापारियों की तरफ अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। व्यापारियों के बिजनेस को बढ़ाने के लिए उन्हें लोन उपलब्ध कराना चाहिए। टैक्सेज कम करने के साथ ही बिजली का फिक्स चार्ज खत्म कर देना चाहिए।

जबरदस्ती चालान काटे जा रहे

कपड़ा व्यवसाई देवेंद्र गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुपालन में व्यापारियों के चालान इस तरह काटे जा रहे है कि कई व्यापारी तो डर के मारे दुकानें ही नहीं खोल रहे हैं।

अनावश्यक ना परेशान किया जाए

नजीरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश छिबलानी ने बताया कि व्यापारी जिला प्रशासन को पूरा सपोर्ट कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन से अनुरोध है कि वह व्यापारियों को अनावश्यक परेशान ना करें।

सभी परेशानियों का होगा निराकरण

व्यापारियों की दिक्कतें और सुझाव सुनने के बाद एडीएम टीजी विश्वभूषण ने आश्वासन दिया कि उनकी परेशानियों को जल्द ही दूर किया जाएगा। रही बात व्यापारियों को अनावश्यक रूप से परेशान करने की तो यह गलत है। जो व्यापारी संक्रमण रोकने के लिए जारी की गई गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे, उनका ही चालान हो रहा है।

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व्यापारियों की यह समस्याएं करें दूर

- कोविड-19 की आड़ में व्यापारियों का जबरदस्ती चालान किया जा रहा है।

- रोड पर अधिकांश लोग बिना मास्क घूम रहे है, उनका चालान नहीं किया जाता है।

- सेनेटाइजेशन के लिए सार्वजनिक बंदी की जा रही है, लेकिन लखनऊ में सभी जगह समुचित सेनेटाइजेशन की व्यवस्था नहीं की जाती है।

- बिजली का फिक्स चार्ज व्यापारियों के लिए खत्म किया जाए। जितनी बिजली की खपत, उतने बिल के नियम का पालन किया जाए।

हो सकता है समाधान

- व्यापारियों से कोई जबरदस्ती वसूली नहीं हो रही है। यदि इस तरह का कोई मामला सामने आता है तो पुलिस के अधिकारियों के सामने रखा जाएगा। फिर भी इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि अनावश्यक किसी को परेशान ना किया जाए।

- पुलिस के वाहनों से लेकर हर तरफ कोविड-19 से बचने के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। साथ ही रोड पर बिना मास्क पहन कर निकलने वाले जन सामान्य का भी चालान किया जा रहा है।

- सेनेटाइजेशन के लिए जहां भी दिक्कत आ रही है, वे लोग नगर निगम के अधिकारियों से मुलाकात कर सकते हैं। सुनवाई ना होने पर मुझे जानकारी दे सकते हैं। सार्वजनिक बंदी के दिन लगातार सेनेटाइज किए जाने का काम चल रहा है।

- त्योहारों पर दुकान खोलने और बंद करने का फैसला मेरे हाथ में नहीं है। फिर भी कोशिश की जाएगी कि व्यापारियों का नुकसान ना हो।

- व्यापार में यदि कहीं कोई व्यापारी नियमों के अनुसार नहीं चल रहा तो उसकी जानकारी आप दे सकते हैं। उसके विरुद्ध एक्शन लिया जाएगा।

कोट

कई कारोबारी ऐसे हैं जिनका टर्न ओवर बहुत लंबा चौड़ा नहीं है। वे रोजाना अपनी दुकानें सेनेटाइज नहीं करा सकते तो भला स्कैनर आदि कहां रखेंगे। ऐसे व्यापारियों के यहां मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की ही जांच होनी चाहिए। व्यापारियों को भी इस समय लाभ का ध्यान कम बल्कि अपने साथ लोगों की जान का ध्यान अधिक रखना होगा। कोरोना संक्रमण को हम सभी लोग मिल कर ही हरा सकते हैं। जरा से लालच के चक्कर में संक्रमण के लिए जारी की गई गाइडलाइन की अनदेखी ना करें। यह अनदेखी जनसामान्य के लिए ही नहीं व्यापारी पर भी भारी पड़ सकती है।

अमरनाथ मिश्र

वरिष्ठ महामंत्री

लखनऊ व्यापार मंडल

संक्रमण की चेन को रोकने के लिए सप्ताह में दो दिन सार्वजनिक बंदी का फैसला सही है। इसके साथ ही बाजारों और सभी जगहों पर सेनेटाइजेशन की बात भी कहीं गई थी, लेकिन ऐसा नहीं है। बंदी के दिन बाजारों में सेनेटाइजेशन नहीं हो रहा है। व्यापारी यदि खुद से बाजारों को सेनेटाइज करें तो ठीक नहीं तो कोई सुध लेने वाला नहीं है। नगर निगम की हेल्पलाइन से लेकर वहां के अधिकारियों से संपर्क करने के बाद भी सुनवाई नहीं होती है। संक्रमण को रोकने के लिए सेनेटाइजेशन एक आवश्यक प्रक्रिया है। फिर इसमें हीला हवाली क्यों की जा रही है जबकि व्यापारी प्रशासन के साथ हर कदम पर खड़ा है।

पवन मनोचा

अध्यक्ष

नाका परिक्षेत्र व्यापार मंडल

कोट

एक तरफ आर्थिक सुधार की बात कही जा रही लेकिन सुविधाएं नहीं दी जा रही है। व्यापारियों को अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए कहा गया, लेकिन उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। ऐसे में सुधार होना मुश्किल है। सुधार करना है तो सबसे पहले बिजली का फिक्स चार्ज खत्म कर दे। जितना बिजली का प्रयोग सिर्फ उतना ही बिल का फार्मूला लागू करे। किराए में 50 प्रतिशत की छूट की व्यवस्था हो। साथ यदि किसी व्यापारी पर लॉकडाउन की अवधि या उसके बाद की कोई धनराशि बकाया है तो उसे वसूलने में थोड़ी शिथिलता बरती जाए। इससे व्यापारियों को खासी राहत मिलेगी और आर्थिक सुधार होगा, जिससे शहर के साथ ही देश को भी हम सपोर्ट कर सकेंगे।

संजय गुप्ता, अध्यक्ष

आदर्श व्यापार मंडल, उत्तर प्रदेश

कोट

ग्राहक दुकान के अंदर ही नहीं जा रहा है। उसे बाहर से माल पकड़ाया जा रहा है। गाइडलाइन का पालन हो रहा है फिर भी व्यापारियों का चालान किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि टारगेट पूरा करने के लिए कदम उठाया जा रहा है। आखिर व्यापारी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए गाइड लाइन का पालन क्यों नहीं करेगा। उसे अपने साथ परिजनों का भी ध्यान रखना है। यदि वह संक्रमित होगा तो उसके घर वाले भी तो संक्रमण का शिकार होंगे। ऐसे में चालान की जगह यदि लोगों को जागरुक किया जाए तो बेहतर होगा। आलम यह है कि चालान के डर से कई व्यापारी अभी तक अपनी दुकानें नहीं खोल रहे हैं। प्रशासन को यह डर का माहौल भी खत्म करना होगा।

देवेंद्र गुप्ता

अध्यक्ष, भूतनाथ व्यापार मंडल

कोट

व्यापारियों को अपनों का ख्याल रखना आता है। उन जगहों पर जाकर देखिए जहां पर भीड़ हो रही है। सब्जी-फल की दुकानों पर न तो स्कैनर है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान दिया जा रहा है। बड़ी मार्केट में तो सब कुछ नियम से हो रहा है, लेकिन फेरी लगाने वाले दुकानदार जो घर-घर जा रहे हैं, उन पर अंकुश नहीं लगाया जा पा रहा है। बाजारों में तो कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगातार जागरुकता अभियान भी चल रहा है, पर्चे बांटे जा रहे है।

सुरेश छिबलानी

अध्यक्ष, नजीराबाद व्यापार मंडल

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कोट

कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए जो गाइडलाइन तैयार की गई है, उसी के अनुसार काम किया जा रहा है। हमारे कर्मचारी 24 घंटे काम कर रहे हैं। व्यापारी और जिला प्रशासन दोनों ही एक जुट हो कर निर्देशों का पालन कर रहे हैं। रही बात व्यापारियों को टारगेट करने की तो ऐसा नहीं है, जहां पर कमियां पाई गई हैं, उनका ही चालान किया गया। व्यापारियों को इस समय अधिक लाभ की जगह लोगों की जान के बारे में सोचना चाहिए। इसके बाद भी यदि कहीं इस तरह की दिक्कतें हैं तो उन्हें दूर करवाया जाएगा। सार्वजनिक बंदी के दिन शहर भर के सारे बाजार को सेनेटाइज किया जा रहा है। नगर निगम की टीम प्लानिंग के अनुसार काम कर रही है।

विश्वभूषण मिश्र

एडीएम टीजी