लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स के लिए राहत भरी खबर है। यूनिवर्सिटी द्वारा मेधावी और जरूरतमंद छात्रों के लिए स्कॉलरशिप समेत स्टाइपेंड की भी सुविधा शुरू की गई है। साथ ही बेस्ट रिसर्च पेपर या सेमिनार में हिस्सा लेने जा रहे यूजी-पीजी के छात्रों का पूरा खर्च भी उठाया जायेगा। इसके लिए अलग से फंड की व्यवस्था की गई है। एक कमेटी इन मामलों को देखगी।

एक साल की फीस होगी माफ

केजीएमयू के डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ। आरएन श्रीवास्तव ने बताया कि एमबीबीएस, डेंटल और नर्सिंग के मेधावी स्टूडेंट्स के लिए स्कॉलरशिप शुरू की गई है। इसके तहत हर साल दो-दो स्टूडेंट्स के एक साल की ट्यूशन फीस को न केवल माफ किया जायेगा, बल्कि एक बार के लिए 10 हजार रुपये का स्टाइपेंड भी दिया जायेगा, ताकि स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई आसानी से कर सकें और उन्हें आर्थिक दिक्कतों के चलते कोई समस्या न आये।

4 छात्राओं का खर्च उठाया

वहीं, डीन डेंटल साइंस प्रो। एके टिक्कू ने बताया कि इस बार डेंटल में सेकेंड ईयर की छात्राओं के लिए भी सुविधा शरू की गई है। जिसके तहत डेंटल एलुमनाई द्वारा डेंटल की 4 छात्राओं की पूरे कोर्स की ट्यूशन फीस का खर्चा उठाया जायेगा। सभी छात्राओं को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे। यह सुविधा आगे भी जारी रहेगी, जो सेकेंड ईयर में मिला करेगी। ऐसे में छात्राओं को बड़ी आर्थिक मदद मिल सकेगी।

उठाया जायेगा पूरा खर्च

केजीएमयू में डॉक्टर के बाहर किसी सेमिनार या रिसर्च प्रोग्राम में जाने का खर्च संस्थान ही उठाता है। पर अब यह सुविधा यूजी-पीजी के छात्रों को भी मिलेगी। जिसके तहत जिन मेडिकल स्टूडेंट्स को उत्कृष्ट रिसर्च पेपर शो करने बाहर जाना होगा, उनका खर्च यूनिवर्सिटी उठायेगी। इसके तहत हर साल एमबीबीएस, डेंटल और नर्सिंग के 2-2 रिसर्चर्स को सेलेक्ट किया जायेगा। इसके लिए कमेटी का गठन किया गया है। इसके तहत सेलेक्शन पर आने-जाने का खर्च और सबमिशन फीस का पूरा पैसा वापस किया जायेगा, ताकि स्टूडेंट्स पर कम से कम आर्थिक बोझ पड़े और उनको और बेहतर करने की प्रेरणा मिले।

केजीएमयू मेडिकल स्टूडेंट्स को आगे बढ़ाने के लिए हर कदम उठा रहा है। इसके लिए कई नई सुविधाओं को शुरू किया गया है, ताकि स्टूडेंट्स को बेहतर पढ़ाई और रिसर्च के लिए प्रेरणा मिलेगी।

-डॉ। बिपिन पुरी, वीसी, केजीएमयू