लखनऊ (ब्यूरो)। ट्रांसगोमती दशहरा एंड दुर्गा पूजा कमेटी अलीगंज, गोमती नगर सार्वजनिक पूजा समिति, बंगाली क्लब, रवींद्रपल्ली, जानकीपुरम, लाटूश रोड, रेलवे कॉलोनी आदि समितियों द्वारा लगाई गईं दुर्गा प्रतिमाओं के दर्शनों के लिए भक्त पहुंचे। इस दौरान पंडालों में ढाक की धुन और धुनुचि की आरती का आयोजन किया गया। जिसके लिए खासतौर पर कोलकाता से कलाकार बुलाए गए हैं।

विशेष भोग लगाया गया
वहीं, सप्तमी के अवसर पर पंडालों में बंगाली समाज द्वारा मां को विशेष भोग अर्पित किया गया। वहीं, पंडालों में आये मां के भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। देर शाम तक पंडालों में भक्तों के आने का सिलसिला जारी रहा। पंडालों की भव्यता सभी का मन अपनी ओर आकर्षित कर रही है। मंदिरों में हुआ पूजन चौपटिया स्थित संदोहन देवी मंदिर में मां का महिषासुर मर्दिनी स्वरूप में भव्य श्रृंगार किया गया। भक्तों में प्रसाद वितरित किया गया। वहीं, ठाकुरगंज स्थित पूर्वी देवी मंदिर में मां का काला वस्त्र का श्रृंगार कर कालरात्रि स्वरूप का पूजन किया गया। मां को पंचमेवा का भोग लगाया गया। इसके अलावा चौक स्थित बड़ी कालीजी मंदिर में मां का श्रृंगार संग महाआरती की गई। घसियारी मंडी स्थित कालीबाड़ी में मां को भोग अर्पित किया गया। जिसे बाद में भक्तों के बीच वितरित किया गया। इस दौरान भक्तों की भीड़ बनी रही।

मां महागौरी की ऐसे करें आराधना
मां भगवती के आठवें स्वरूप महागौरी के रूप में पूजा की गई। महागौरी की आराधना करने से मनवांछित वर मिलता है। मां की पूजा करने के लिए सबसे पहले स्नानादि से निवृत होने के बाद चौकी पर महागौरी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। इसके बाद गंगा जल या गोमूत्र से शुद्धिकरण करें। चौकी पर सामथ्र्य अनुसार घड़े में जल भरकर उस पर नारियल रखकर कलश स्थापना करें। चौकी पर श्रीगणेश, वरुण, नवग्रह, 16 देवियां और सात सिंदूर की बिंदी लगाकर स्थापना करें। इसके बाद मां के मंत्रों का उच्चारण करते हुये आराधना करें। पंचामृत का भोग लगाकर सभी को दें और स्वयं भी ग्रहण करें।