LUCKNOW NEWS: लखनऊ (ब्यूरो)। देवारोड पर बालाजी ट्रांसफार्मर नाम से फैक्टरी है। शुक्रवार रात यहां सुपरवाइजर विमल कश्यप, कर्मचारी नितेश कुमार, विक्रम कश्यप, अजीत सिंह कश्यप, केयर टेकर चौथी यादव और सिक्योरिटी गार्ड राम आधार थे। रात एक बजे यहां पर आठ से दस बदमाश आए और सभी को जान से मारने की धमकी देकर हाथ पैर बांध कर एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद 17 हजार रुपए और एक कर्मचारी का मोबाइल लूट लिया।

6500 किलो कॉपर ले गए
कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें कमरे में बंद करने के बाद बदमाशों ने 6500 किलो कॉपर के तार गाड़ी में रखे और कमरे को बाहर से बंद कर फरार हो गए। इसके बाद कर्मचारी किसी तरह कमरे से बाहर निकले और इसकी सूचना मालिक संजीव अग्रवाल को दी। मौके पर पहुंची पुलिस को जांच में पता चला कि बदमाश करीब 6500 किलो कॉपर, रिले गैस सिलिंडर भी लूट ले गए हैं। पुलिस को आशंका है कि बदमाश डीसीएम गाड़ी से आए थे। घटनास्थल पर टायर के निशान मिले हैं।

पुलिस गश्त नहीं, इसलिए हुई लूट
फैक्टरी मालिक संजीव अग्रवाल ने आरोप लगाया कि पुलिस केस सॉल्व करने में मदद नहीं कर रही है। पुलिस इसे संदिग्ध मान रही है। कर्मचारियों को ही शक की नजर से देख रही है। करीब 80 लाख की लूट हुई है। पुलिस गश्त करती तो यह लूट न होती।

पांच टीमें बनाई गईं
डीसीपी पूर्वी ने बताया कि स्थानीय पुलिस के अलावा सर्विलांस, क्राइम ब्रांच की पांच टीमें गठित की गई हैं। सीसीटीवी की फुटेज खंगाली जा रही हैं। शुरुआती जंाच में मामला संदिग्ध बताया जा रहा है। एक कर्मी की भूमिका पर आशंका जताई जा रही है।

सटीक मुखबरी से हुई लूट
पुलिस ने आशंका जताई कि बदमाशों को सटीक मुखबिरी की गई है। किसी परिचित ने बदमाशों संग वारदात को अंजाम दिया है। पुरानी रंजिश, वर्चस्व आदि पहलुओं की भी जांच की जा रही है।

यूपीपीसीएल में ठेका
संजीव अग्रवाल ने बताया कि कई सालों से उनकी फैक्टरी चल रही है। यहां पर टांसफार्मर रिपेयर और नए ट्रांसफर को लेकर काम चलता है। उनका उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) का ठेका है।

बंधक कर्मचारी की जुबानी
फैक्टरी के सुपरवाइजर विमल कश्यप ने बताया कि वह रात करीब एक बजे कमरे में मोबाइल देख रहे थे, तभी हथियारों से लैस से 7 से 8 लोग आए। उन्होंने कहा कि शोर मचाओगे तो मार दिए जाओगे। इसके बाद उसके हाथ बांध कर दूसरे कमरे में लाए उसके साथ पहले ही बंधक थे। इसके बाद उन लोगों ने मोबाइल और सभी के पैसे छीन लिए। एक बदमाश खड़ा होकर निगरानी करने लगा। वहीं, बाकी आरोपी गाडिय़ों में सामान लोड करने लगे। रात करीब 3.30 बजे किसी तरह सभी बाहर आए और मालिक को इसके बारे में सूचना दी।

मामला संज्ञान में आने के बाद टीम गठित कर दी गई है। सभी सीसीटीवी कैमरा खंगाला जा रहा है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
आशीष श्रीवास्तव, डीसीपी पूर्वी