लखनऊ (ब्यूरो)। ठाकुरगंज में बदमाश दवा फर्म कर्मचारी के घर का ताला तोड़कर चोरी के इरादे से घुसे थे, लेकिन कमरे में मौजूद बेटी को देखकर लुटेरों ने उसे बंधक बनाया और लाखों के जेवर समेट भाग गए। गुरुवार को पुलिस ने इस मामले में सराफा संग आठ लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूटे गए जेवर और असलहा बरामद किया है। कमिश्नर ने इस मामले का खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कार देने की घोषणा की है।

इनको किया गिरफ्तार

एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा के मुताबिक सर्विलांस की मदद से सरोजनीनगर निवासी हबीब, रिषभ, चौक निवासी दिलशाद, ठाकुरगंज निवासी गौरव मिश्र, तालकटोरा निवासी आकाश यादव, अमन यादव, इम्तियाज को गिरफ्तार किया गया है।

बेटी ने बचाया ज्वैलरी बाक्स

एसीपी आईपी सिंह ने बताया कि बदमाश बार बार और जेवर मांग रहे थे। शिखा ने हिम्मत नहीं हारी। बदमाशों के हाथ एक बक्सा लगा जो जेवर से भरा था। बदमाश उसे रखने लगे तो शिखा ने कहा कि ये आर्टिफिशियल है। इस पर हड़बड़ाए बदमाशों ने उसे छोड़ दिया। शिखा की इस बहादुरी पर पुलिस उसे सम्मानित भी करेगी।

जेवर खरीदने वाला सराफा भी गिरफ्तार

एसीपी आईपी सिंह के मुताबिक आरोपियों ने लूट के जेवर ठिकाने लगाने के लिए जुगाड़ करने लगे। आकाश ने राजाजीपुरम निवासी व्योम रस्तोगी से संपर्क कर जेवर उसे दे दिए। उसने जेवर का पेमेंट तीन दिन बाद करने को कहा था।

बेटी को बंधक बनाकर की थी लूट

एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि बदमाश हबीब और दिलशाद ने मकान में ताला बंद देखा तो वे दीवार फांद अंदर दाखिल हुए। ताला तोडऩे के बाद जब कमरे में घुसे तो देखा घर में दवा कारोबारी की बेटी शिखा थी। बदमाशों ने उसे बंधक बना लूट की। पकड़े गए बदमाशों पर पहले से कई केस दर्ज हैं।