- कारोबारी की पत्नी रुचि अग्रवाल की हत्या का मामला
- पुलिस की पूछताछ में हत्यारोपी गुलफाम ने कहा, लालच के चलते खोया आवेश
LUCKNOW:
घर में काम करने वाले कर्मचारी से चाय-नाश्ता पूछना और उनसे अच्छे से बात करना रुचि का स्वभाव था लेकिन इसे सिरफिरा गुलफाम कुछ और समझ बैठा। उसने रुचि और उनके पति डॉ। हर्ष से पैसों की डिमांड शुरू कर दी। डिमांड पूरी न होने पर वह उन्हें डराने के लिए चाकू व औजार साथ लेकर आया। सिर पर नशा और पैसों के लिए नीयत खराब होने पर उसने रुचि पर चाकू व औजार से ताबड़तोड़ कई वार किए। जिससे रुचि की मौत हो गई। आरोपी गुलफाम को गुरुवार पुलिस ने जेल भेज दिया।
भांग व गांजे का नशा करता था
एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी ने बताया कि पूछताछ में गुलफाम ने बताया कि वह भांग और गांजा का नशा करता है। वह कई दिनों से कारोबारी और उनकी पत्नी से पैसों की डिमांड कर रहा था। बुधवार सुबह घर से वह अपने साथ चाकू लेकर निकला था। उसने तय कर लिया था कि आज अगर रुपए न मिले तो वह चाकू के बल पर रुचि को डरा-धमका कर पैसे ले लेगा।
बड़ी दयालू थी मालकिन
पूछताछ में गुलफाम ने बताया कि रुचि बेहद सरल और शांत स्वभाव की थीं और घर में काम करने वाले सभी लोगों का ध्यान रखती थीं। वे चाय और नाश्ता भी देती थीं। रुचि ने कभी उससे ऊंची आवाज में बात नहीं की। इंस्पेक्टर गोमतीनगर केके मिश्र ने बताया कि पूछताछ में आरोपी को इस बात का मलाल है कि आवेश में आकर उसने रुचि की हत्या कर दी।
यह था मामला
गोमतीनगर के विश्वासखंड एक इलाके में कारोबारी हर्ष अग्रवाल की पत्नी रुचि की बुधवार की दोपहर घर में काम करने वाले बढ़ई ठाकुरगंज निवासी गुलफाम ने धारदार हथियार से शरीर पर ताबड़तोड़ वारकर निर्मम हत्या कर दी थी। वह कारोबारी की पत्नी से रुपये की मांग कर रहा था। घटना के समय कारोबारी की दो बेटियां घर में ही थीं जो मां पर हमला होता देख जान बचाकर वहां से भागीं। कारोबारी की पत्नी पर जिस समय कारपेंटर ने हमला किया वह पति से मोबाइल पर बात कर रही थीं।
पहले भी वफादारी को लगा चुके हैं दाग
राजधानी में यह पहला ऐसा मामला नहीं है जब घर में काम करने वालों ने ही अपने मालिकों को नुकसान पहुंचाया है। इससे पहले भी लूट के कुछ मामले सामने आ चुके हैं
डेट- 11 मार्च 2021
पूर्व नौकर ने ही लूट लिया घर
अलीगंज सेक्टर बी निवासी दिनेश अग्रवाल बेटी एकता के घर गए थे। घर की सुरक्षा में गार्ड राकेश तैनात था। रात पौने दो बजे के करीब दो नकाबपोश बदमाश घर में आए और गार्ड को पीटकर बाथरूम में बंद कर दिया। इसके बाद बदमाशों ने घर से कैश और नकदी मिलाकर करीब 10 लाख का सामान समेटा और चले गए। बाद में दिनेश ने एक लुटेरे की पहचान अपने पुराने नौकर के रूप में की। जो कुछ दिन पहले उनके यहां से रुपए लेकर भाग गया था।
डेट- 19 फरवरी 2019
नौकर ने डलवाई डकैती
राज्य संपत्ति अधिकारी के पद से रिटायर इंदिरा नगर सेक्टर 17 निवासी राज किशोर यादव के यहां उनके घरेलू नौकर मुकेश ने डकैती डलवाई थी। उसने बदमाशों को इशारा करके घर के अंदर बुलाया और बदमाशों ने घर में मौजूद पिता और बेटी को नशीला इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया। पांच बदमाशों ने उनके घर पर करीब आधे घंटे तक चप्पे-चप्पे की तलाशी ली और लाइसेंसी पिस्टल समेत लाखों का सामन लेकर चले गए।
डेट- 13 जुलाई 2013
नौकरी से हटाने पर की लूटपाट
आशियाना सेक्टर एन निवासी नरेंद्र पाल सिंह की आलमबाग में किचन अप्लाइंसेस की दुकान है। 13 जुलाई रात 9 बजे बाइक से आए तीन लुटेरों ने उनके घर पर पत्नी अमरजीत कौर, बेटी संगीत कौर और सास फुलवंत कौर को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। नरेंद्र की दुकान में रायबरेली निवासी अनुराग सिंह काम करता था, जिसे उन्होंने 27 जून 2020 को हटा दिया था। इसका बदला लेने के लिए अनुराग ने अपने साथी विपिन सिंह, विनय शुक्ला और जितेंद्र पाल की मदद से इस घटना को अंजाम दिया था।