लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के 50 से अधिक ऐसे इलाके चिन्हित किए गए हैैं, जहां जलभराव की समस्या अधिक सामने आती है। इसकी वजह से उक्त इलाकों में रहने वाली जनता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर बनाने की दिशा में प्लानिंग शुरू की गई है।

पुराने इलाके ज्यादा शामिल
राजधानी के पुराने इलाकों और बाहरी क्षेत्रों (विस्तारित क्षेत्र)में जलभराव की समस्या सामने आती है। इसकी वजह यह है कि कई इलाके ऐसे हैैं, जहां प्रॉपर नाली नहीं है या सीवर लाइन नहीं बिछी हुई है। इसकी वजह से जलनिकासी की समस्या सामने आती है। परिणामस्वरूप लोगों को जलभराव रूपी समस्या का सामना करना पड़ता है।

यहां होता है जलभराव
सरोजनीनगर, अमौसी, इस्माइलगंज, आलमबाग बस्ती क्षेत्र, कृष्णानगर, खरगापुर, लालकुआं बस्ती क्षेत्र इत्यादि।

ये काम कराए जाएंगे
1-नई नालियों का निर्माण
2-मेनहोल मेंटीनेंस
3-नाले-नालियों की सफाई
4-नालों से अवैध कब्जे हटाया जाना
5-नालियों से सीवर कनेक्टिविटी

लंबे समय से जरूरत
निगम प्रशासन की ओर से पहले भी इस दिशा में प्लानिंग की गई थी लेकिन गुजरते वक्त के साथ प्लान इंप्लीमेंट नहीं हो सका। अब नए सिरे से निगम प्रशासन की ओर से इस दिशा में कदम उठाया जा रहा है। जिससे जनता को जलभराव रूपी समस्या से राहत मिल सके।

पार्षदों से सहयोग
इस काम में वार्ड पार्षदों से भी सहयोग लिया जाएगा। इसकी एक वजह यह है कि वार्ड पार्षदों की ओर से यह जानकारी आसानी से दी जा सकेगा कि उनके वार्ड के किस मोहल्ले में जलभराव की ज्यादा सामने आती है। स्थान चिन्हित होने के बाद तत्काल उस इलाके में ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही वार्ड की जनता से फीडबैक भी लिया जाएगा।