लखनऊ (ब्यूरो)। गाजीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत शक्तिनगर स्थित एफएम कॉलोनी में बुधवार को नफीस फातिमा की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। नफीस के पति वसीम के ड्राइवर जितेन्द्र सिंह ने दो दोस्तों संतोष कुमार और इरशाद के साथ मिलकर लूटपाट के इरादे से वारदात को अंजाम दिया था। मामले में पुलिस ने आयोध्या के लोहटी सरैया बाबा बाजार निवासी जितेन्द्र (23) और संतोष कुमार (24) को फैजाबाद रोड के पास गिरफ्तार किया। वहीं बाराबंकी निवासी इरशाद पुलिस की गिरफ्तार से बाहर है। पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस ने करीब 2.50 रुपये की ज्वेलरी और 2700 कैश बरामद किया है।

आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस

जेसीपी क्राइम आकाश कुलहरि ने बताया कि पुलिस जांच में एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया। घरवालों से पूछताछ में पता चला कि इनमें से एक आरोपी का नाम जितेन्द्र हैं, जो नफीस फातिमा के पति वसीम का ड्राइवर है। जितेन्द्र को एक महीने पहले उसके खराब बर्ताव पर नौकरी से निकाल दिया गया था। सर्विलांस टीम और सीक्रेट इंफारमेशन की मदद से जितेन्द्र और उसके साथी संतोष को पकड़ लिया गया।

कैश देखकर बनाया प्लान

वारदात का मास्टर माइंड जितेन्द्र था, पूछताछ में उसने बताया कि करीब एक महीने पहले तक वह वसीम का ड्राइवर था। वसीम ठेकेदारी करता था। उसके पास काफी कैश आता था। इसकी जानकारी जितेन्द्र के पास थी। जितेन्द्र ने अपने गांव के दोस्त संतोष और बाराबंकी निवासी इरशाद के साथ वसीम के घर लूट की योजना बनाई। उसे पता था कि वसीम घर में पत्नी के साथ रहता है। उसने पहले रेकी की और जब वसीम नमाज के लिए गया तो तीनों उसके घर में दाखिल हो गए।

ऐसे दिया था वारदात को अंजाम

जैसे ही ये तीनों घर में दाखिल हुए इन्हें देख नफीस चिल्लाने लगी। जितेन्द्र ने नफीस का मुंह दबाया और उसके बाकी साथी घर में लूट करने लगे। इसी बीच बार-बार डोर बेल बजने लगी। करीब 20 से 25 मिनट बाद दरवाजा खोला तो बाहर एक युवक खड़ा था, जिसे धक्का देकर तीनों अलग-अलग दिशाओं में भाग गए।

ये सामान हुआ बरामद

वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने गांव भागने की फिराक में थे। पुलिस ने इनके कब्जे से दो कंगन, एक चेन, दो टाप्स, दो बाली, एक अंगूठी, दो लॉकेट, 2700 रुपए कैश और दो मोबाइल बरामद किए हैं। वहीं पुलिस का दावा है कि फरार आरोपी इरशाद को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।