लखनऊ (ब्यूरो)। कंट्रोल रूम पर आई शिकायत के आधार पर बीमार गाय उठाने गई नगर निगम टीम पर पशु पालकों ने हमला कर दिया। जिसमें निगम के दो कर्मचारी घायल हो गए। पीड़ितों की ओर से आरोपियों के खिलाफ गाजीपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मड़ियांव निवासी राम प्रकाश नगर निगम (कार्यदायी संस्था) में कार्यरत है। पीड़ित ने बताया कि गुरुवार को पशु कल्याण अधिकारी डॉ। अभिनव वर्मा द्वारा बताया गया कि कंट्रोल रूम में गाय के बीमार होने संबंधित सूचना दी गई है। जिसके आधार पर उन्हें गाय को उठाने के लिए आम्रपाली चौराहा के पास शांति स्वरूप धर्मशाला जाना है। राम प्रकाश ने बताया कि वह अपने साथी सौरभ सिंह के साथ गाड़ी लेकर गाय उठाने के लिए पहुंचे तभी वहां पर गुफरान अपने दो तीन साथियों के साथ आया और गाय उठाने से मना कर दिया। जब उन्होंने विरोध किया तो आरोपियों ने मारपीट शुरू कर दी। जिसमें राम प्रकाश व सौरभ को खासी चोटें आईं। क्षेत्रीय लोगों के आने पर आरोपी भाग निकले।

दर्ज कराया मुकदमा

घायलों ने नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी दी और गाजीपुर थाने में जाकर गुफरान व उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। उधर, नगर निगम कर्मचारी संगठनों ने भी निगम कर्मियों पर हुए हमले का खासा विरोध किया है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।

*******************************************************

प्रोसेसिंग प्लांट से दूर होगी प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण की समस्या

राजधानी को प्लास्टिक वेस्ट फ्री बनाने की दिशा में महापौर सुषमा खर्कवाल की ओर से बड़ा कदम उठाया गया है। उन्होंने सबसे पहले तो सूरत में लगे प्लास्टिक प्रोसेसिंग प्लांट को देखा और उसके बाद लखनऊ में इसी तरह का प्लांट लगाने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। महापौर एवं अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार ने सूरत नगर निगम में संचालित लगभग 100 टन प्रतिदिन की क्षमता वाले प्लास्टिक वेस्ट कलेक्शन एवं प्रोसेसिंग प्लांट की बारीकियों को देखा। सूरत नगर निगम द्वारा ईको विजन एनवायरमेंट रिसोर्स लिमिटेड नामक एजेंसी के माध्यम से पीपीपी मोड पर संचालित इस प्लांट का गहनता से अवलोकन किया गया। इस प्लांट के माध्यम से सूरत नगर निगम द्वारा प्लास्टिक वेस्ट का सफलता पूर्वक निस्तारण कर उपयोग योग्य बनाया जाता है। उक्त प्लांट के द्वारा प्लास्टि रीसाइकिलिंग प्रोसेस को 6 अहम पड़ावों शार्टिंग एंड सेग्रीगेशन, प्राइमरी वॉशिंग, श्रेडिंग एंड क्लीनिंग, हॉट एयर ड्राइंग इत्यादि के माध्यम से पूरा किया जाता है।

महापौर ने लिया निर्णय

लखनऊ महानगर में भी प्लास्टिक वेस्ट के निस्तारण के लिए इसी प्रकार के प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए उक्त प्लांट को संचालित कराया जाएगा। जिससे राजधानी को प्लास्टिक मुक्त करने में काफी हद तक सफलता मिलेगी।