लखनऊ (ब्यूरो)। बस दो माह का इंतजार, फिर आप लखनऊ मेट्रो की ओर से जारी की जा रही सुविधा नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड के माध्यम से दूसरे शहरों की मेट्रो में भी सफर कर सकेंगे। इसकी खास बात यह है कि इस कार्ड के माध्यम से आप शॉपिंग और सिटी बसों में सफर भी कर पाएंगे। पढ़ें अभिषेक मिश्रा की रिपोर्ट

यह है कार्ड की खासियत

नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड का कांसेप्ट ही यही है कि आप एक कार्ड के माध्यम से अन्य शहरों की मेट्रो में सफर कर सकेंगे। जब आपके पास यह कार्ड होगा तो आपको दिल्ली, चेन्नई या अन्य शहरों में मेट्रो में सफर करने के लिए टोकन लेने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। आप इस कार्ड के माध्यम से ही अन्य शहरों की मेट्रो में सफर कर सकेंगे। इसके साथ ही यह कार्ड उन सभी विभागों की परिवहन की सुविधाओं में भी लागू होगा, जहां नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की सुविधा दी जा रही होगी।

घर बैठे ही रिचार्ज

आप घर बैठे ही या मेट्रो स्टेशन में जाकर अपना कार्ड रिचार्ज करा सकेंगे। इस व्यवस्था को बैैंकिंग सेवा से जोड़ने के लिए मेट्रो प्रशासन की कवायद की जा रही है। बैैंकिंग सेवा से कनेक्ट होने के बाद सीधे तौर पर कार्ड को संबंधित बैैंक में जाकर भी रिचार्ज कराया जा सकेगा। इसके साथ ही ऑनलाइन बैैंकिंग के माध्यम से भी कार्ड को रिचार्ज कराए जाने की सुविधा मिलेगी।

कानपुर मेट्रो में लागू है कार्ड

दिल्ली, कानपुर समेत कई अन्य शहरों में दौड़ रही मेट्रो में नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की सुविधा पहले से लागू है और अब इसे लखनऊ मेट्रो में लागू किया जा रहा है। पूरी संभावना है कि अप्रैल माह से यह व्यवस्था लागू कर दी जाए। इसका सीधा फायदा लखनऊ मेट्रो में रोजाना सफर करने वाले करीब 80 हजार पैसेंजर्स को सीधे तौर पर मिलेगा। वहीं, जो लोग लखनऊ से जाकर दिल्ली या अन्य शहरों की मेट्रो में सफर करते हैैं, उन्हें भी खासा लाभ मिलेगा। चूंकि दिल्ली मेट्रो का फुटफॉल रोजाना लाखों में है, ऐसे में वहां टोकन की मारामारी रहती है।

वाट्सएप से टोकन बुकिंग

मेट्रो की ओर से एक और योजना पर काम किया जा रहा है। मेट्रो प्रशासन की ओर से प्लानिंग की जा रही है कि वाट्सएप के माध्यम से टोकन बुकिंग की सुविधा मिल जाए। इसके लिए कई चरणों में होमवर्क भी किया जा चुका है। अगर यह सुविधा मिल जाती है तो कोई भी व्यक्ति अपने वाट्सएप के माध्यम से भी लखनऊ मेट्रो में सफर करने के लिए टोकन बुक कर सकेगा। इसके लिए टोकन काउंटर्स पर स्कैनर्स की भी व्यवस्था रहेगी। स्कैन करते ही एंट्री गेट ओपन हो जाएगा और आप मेट्रो स्टेशन के अंदर दाखिल हो जाएंगे। इसके बाद आप मेट्रो की मदद से अपनी मंजिल की तरफ रवाना हो सकेंगे।

कॉमर्शियल सेगमेंट पर रहेगा फोकस

चारबाग से बसंतकुंज तक प्रस्तावित मेट्रो के सेकंड कॉरीडोर में करीब 12 स्टेशंस का निर्माण होना है। अभी जो कार्ययोजना बनी है, उससे साफ है कि इस बार इन सभी स्टेशंस में पार्किंग की विशेष व्यवस्था की जाएगी साथ ही स्टेशंस के अंदर कॉमर्शियल स्पेस पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। जिससे अधिक से अधिक रेवेन्यू जेनरेट किया जा सके। पहले राज्य सरकार, फिर केंद्र सरकार से अप्रूवल मिलते ही इस कॉरीडोर के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। चूंकि यह कॉरीडोर पुराने लखनऊ से होकर जाना है, इस वजह से खासी सावधानी भी बरती जाएगी। पुराने लखनऊ में सालों पुरानी इमारते हैैं और कई प्वाइंट्स पर अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशंस बनने हैैं। ऐसे में जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए पहले बिल्डिंग्स का सर्वे भी कराया जाएगा।