लखनऊ (ब्यूरो)। डिजिटलाइजेशन के दौर में भी लाइब्रेरी जाकर पढ़ने का क्रेज शहर के युवाओं में कम नहीं हुआ है। हजरतगंज स्थित आचार्य नरेंद्र देव लाइब्रेरी में भी कुछ ऐसा ही नजारा दिखाई देता है। 60 साल से अधिक पुरानी इस लाइब्रेरी में स्टूडेंट्स के लिए किताबों का अच्छा कलेक्शन मौजूद है। यहां सिलेबस की किताबों के अलावा कॉम्पिटीटिव एग्जाम से जुड़ी कई अहम किताबें भी आपको मिल जाएंगी। स्टूडेंट्स के अलावा जनरल पब्लिक के लिए भी यहां साहित्य, इतिहास समेत अन्य किताबें भी मौजूद हैं।

1961 में शुरू हुई थी लाइब्रेरी

एनडी लाइब्रेरी के इतिहास की बात करें तो लाइब्रेरी की स्थापना भूतपूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्त ने 1959 में की थी। 30 अप्रैल 1961 को देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसका उद्घाटन किया था। इस लाइब्रेरी को मोतीमहल मेमोरियल सोसायटी संचालित करती है। 1984 में इसको मोतीमहल से चंद्रभानु गुप्त नवचेतना केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया। साल 2000 में इसे भारत सेवा संस्थान के अंतर्गत कर दिया गया। लाइब्रेरी के रखरखाव, किताबों की खरीद संबंधित जरूरतों के लिए शासन से ग्रांट मिलती है।

किताबों के साथ गजट का भी संग्रह

लाइब्रेरी में लाखों की संख्या में किताबें मौजूद हैं। किताबों के कई सेक्शन हैं। सेक्शन में जनरल पब्लिक के लिए हिंदी साहित्य, इंग्लिश, उर्दू व फारसी भाषा में किताबों का कलेक्शन है। इसके अलावा बांग्ला भाषा में भी पुस्तकों का कलेक्शन है। लाइब्रेरी को मुख्यता स्टूडेंट्स के लिए कोर्स की किताबों के लिए शुरू किया गया था। ऐसे में यहां बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, एमएससी, एमकॉम, पीएचडी समेत अन्य कोर्स की किताबें आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं। लाइब्रेरी में सरकारी गजट, लोक सभा व राज्यसभा की कार्यवाहियां भी सुरक्षित रखी गई हैं। यही नहीं, ब्रिटिश काउंसिल, कोलकाता के राजाराम मोहन राय फाउंडेशन कोलकाता के लाइब्रेरी कोष्ठक से हर साल किताबें मिलती हैं।

यूपीएससी से लेकर बैकिंग तक की किताबें

यहां के लाइब्रेरियन ने बताया कि स्टूडेंट्स के लिए कॉम्पिटीटिव एग्जाम के लिए किताबों का अच्छा कलेक्शन है। यहां यूपीएससी की किताबों का अलग से सेक्शन है। जिसमें आपको हर तरह की प्रतियोगी परीक्षा की किताबें मिल जाएंगी। इसके अलावा एलआईसी सहायक भर्ती परीक्षा, प्रोबेशनरी ऑफिसर एग्जाम, कैट, यूपीपीएससी के लिए भी किताबें हैं। यहां हर रोज 100 से अधिक स्टूडेंट्स आकर पढ़ते हैं। किताबों के अलावा न्यूजपेपर व मैग्जीन भी उपलब्ध हैं। स्टूडेंट्स यहां 12 तरह के लोकल व नेशनल न्यूजपेपर पढ़ सकते हैं।

डिमांड के मुताबिक किताबें मौजूद

लाइब्रेरियन के मुताबिक, यहां हर साल किताबों की खरीद के लिए बजट आता है। अगर स्टूडेंट कोई खास किताब पढ़ना चाहता है तो वह लाइब्रेरियन को सूचना दे सकता है। खरीद के वक्त उस किताब को शामिल कर बजट पर होने पर खरीदी जाएगी। ऐसे में स्टूडेंट व किताब पढ़ सकता है।

ऐसे ले सकते हैं सदस्यता

लाइब्रेरी में तीन तरह से सदस्यता दी जाती है। जनरल सदस्यता में 250 रुपये, 500 सिक्योरिटी 25 रुपये नियमावली दी जाती है। दूसरी सदस्यता छात्र 250 रुपये सिक्योरिटी चार्ज और 250 सदस्यता शुल्क के साथ 25 रुपये की नियमावली दी जाती है। इसके अलावा तीसरी सदस्यता रीडिंग के लिए होती है। इसमें 50 रुपये एक बार जिसमें 25 रुपये सिक्योरिटी व 25 रुपये सदस्यता शुल्क लिया जाता है। इसके अलावा, 25 रुपये हर महीने लिया जाता है। न्यूजपेपर और मैग्जीन यहां नि:शुल्क पढ़े जा सकते हैं।

इस लाइब्रेरी का माहौल बहुत अच्छा है। ऐसा लगता है कि आप घर के स्टडी रूम में ही मौजूद हैं। इसके अलावा यहां का स्टाफ भी बहुत सपोर्टिव है।

कुशाग्र

मैं यूपीएससी की तैयारी कर रही हूं। यूपीएससी के लिए यहां बहुत सारी किताबें मौजूद हैं। अगर मैं इनको खरीदूं तो बहुत महंगा पड़ेगा। ऐसे में स्टूडेंट सदस्यता लेकर यहां सुबह 11 बजे से 6 बजे तक पढ़ सकते हैं।

पूनम यादव