लखनऊ (ब्यूरो)। कोविड के बढ़ते केसेस को देखते हुए डीएम सूर्यपाल गंगवार की ओर से बुधवार शाम को कार्यालयों, अस्पतालों, स्कूलों से लेकर एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन इत्यादि के लिए गाइडलाइंस जारी की गई थीं। जिसमें मास्क की अनिवार्यता के साथ ही एंट्री गेट पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था किया जाना था और फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराया जाना था। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने गुरुवार को कई स्थानों पर गाइडलाइंस के अनुपालन का रियलिटी चेक किया, जहां स्थिति बेहद चिंताजनक मिली।

कलेक्ट्रेट

कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था नदारद दिखी। हर कोई आराम से अंदर-बाहर जाता मिला। गेट से लेकर अंदर परिसर में कहीं भी फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन होता नजर नहीं आया। परिसर में मौजूद कर्मचारी व फरियादी भी बिना मास्क के नजर आए। यहां कोई हेल्प डेस्क भी नजर नहीं आई।

सिविल अस्पताल

सिविल अस्पताल की बात की जाए तो यहां भी कोविड गाइडलाइंस की अनदेखी मिली। अस्पताल परिसर में कहीं भी फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनुपालन होता नजर नहीं आया। रोज की तरह अस्पताल में बने काउंटर्स पर मरीजों की खचाखच भीड़ नजर आई और कोई भी मास्क नहीं पहने था। मौके पर फिजिकल डिस्टेंसिंग मेनटेन करने के लिए किसी भी कर्मचारी की ड्यूटी नहीं थी।

कैथेड्रल स्कूल

कैथेड्रल स्कूल में भी कोविड गाइडलाइंस का अनुपालन होता नहीं मिला। स्कूल गेट के बाहर खड़े 97 फीसदी पैरेंट्स बिना मास्क के नजर आए और बच्चे भी मास्क के बिना ही दिखे। स्कूल गेट के बाहर पैरेंट्स के बीच फिजिकल डिस्टेंसिंग नदारद थी। यहां भी स्कूल की ओर से कोविड गाइडलाइंस के अनुपालन के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।

लखनऊ यूनिवर्सिटी

लखनऊ यूनिवर्सिटी में कोविड प्रोटोकॉल का पालन होता नहीं दिखा। गेट नंबर एक से आते-जाते कुछ स्टूडेंट्स ने मास्क लगाया, लेकिन ज्यादातर बिना मास्क के ही नजर आए। गेट पर भी थर्मल स्कैनिंग की कोई व्यवस्था नहीं दिखी।