- बिजली कर्मियों की हड़ताल का दिखा असर

- शक्ति भवन पर जोरदार प्रदर्शन, सबस्टेशनों में बिलिंग तो हुई लेकिन पुलिस फोर्स रही तैनात

LUCKNOW

पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लि। के निजीकरण के विरोध में उप्र के बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों एवं अभियन्ताओं की ओर से किए गए कार्य बहिष्कार का राजधानी में व्यापक असर देखने को मिला। एक तरफ जहां सबस्टेशनों में पुलिस तैनात रहीं, वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों के कमरे खाली नजर आए। हड़ताल के कारण हजारों उपभोक्ताओं को सबस्टेशनों से बैरंग लौटना पड़ा।

हम हड़ताल पर हैं।

सबस्टेशनों में बिलिंग व्यवस्था तो सुचारू रही, लेकिन उपभोक्ताओं की अन्य कंपलेन पर कोई खास ध्यान नहीं दिया गया। बिजली गुल संबंधी कंपलेन आने पर उपभोक्ताओं को यह जवाब जरूर दिया गया कि अभी हड़ताल चल रही है लेकिन यह भी आश्वस्त किया गया कि आप परेशान न हों, जल्द बिजली सप्लाई सुचारू होगी।

संविदा कर्मियों ने जिम्मेदारी संभाली

हड़ताल के कारण दोपहर तक जेई और एसडीओ बिजली उपकेंद्र नहीं पहुंचे। जिसकी वजह से बिल ठीक कराने या नया कनेक्शन लेने आए उपभोक्ताओं को खासी परेशानी उठानी पड़ी, जिसकी वजह से हंगामे की स्थिति तक बन गई। हड़ताल के मद्देनजर पहले से ही संविदा कर्मी सबस्टेशन में तैनात कर दिए गए थे। पूरे दिन संविदा कर्मियों ने ही जिम्मेदारी संभाली। लेसा के 26 खंडों में से कोई अधिशासी अभियंता अपने कमरों में नहीं बैठा। कुछ खंडों में चंद मिनट के लिए अधिशासी अभियंता आए। कमरों में कहीं ताला मिला तो कहीं बाबू पुराने काम निस्तारित करते मिले।

पुलिस रही तैनात

बिजली कर्मचारी संगठनों की ओर से पहले से ही पांच अक्टूबर को हड़ताल की घोषणा की गई थी। इसे ध्यान में रखते हुए सबस्टेशनों में पुलिस तैनात कर दी गई थी। सोमवार को विभूति खंड, चिनहट समेत कई सबस्टेशनों में पुलिसकर्मी तैनात नजर आए।

यहां रहा बिजली संकट

1-चिनहट डिवीजन के अंतर्गत कमता उपकेंद्र का 11केवी विमल नगर, 11 केवी चिनहट तिराहा फीडर रहा बंद।

2-अहिबरनपुर उपकेंद्र की 33 केवी लाइन ट्रिप होने से हजारों उपभोक्ता रहे परेशान।

3-बीकेटी के मकरंदपुर फीडर की आपूर्ति रही ठप

4-33 केवी सर्वोदय नगर उपकेंद्र के अंतर्गत 11 केवी सर्वोदय नगर फीडर 55 मिनट बंद रहा

5-अलीगंज सेक्टर डी कॉलोनी पुरनिया में बिजली की आपूर्ति दोपहर को हुई बाधित, देर शाम बहाल