लखनऊ (ब्यूरो)। इन दिनों ट्रेन में सफर करना पैसेंजर्स के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। दरअसल, गर्मी का सीजन आते ही अधिकतर ट्रेनों में वाटर सप्लाई से लेकर एसी पंखा की व्यवस्था भी ठप हो गई है। ज्यादातर ट्रेनों में पैसेंजर्स इन व्यवस्थाओं को लेकर जूझ रहे हैं। यह हम नहीं, बल्कि रेलवे के आंकड़े बयां कर रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि सिर्फ पिछले सात दिनों में ही औसतन हर दो घंटे में तीन शिकायतें महज ट्वीटर के माध्यम से दर्ज करवाई जा रही हैं, जबकि ऐसी न जाने कितनी शिकायतें हैं, जो रेलवे आला अधिकारियों तक पहुंच ही नहीं पा रहीं। इतना ही नहीं, शिकायतों का निस्तारण भी हवा हवाई ढंग से चल रहा है।

210 शिकायतों का लगा अंबार

पैसेंजर्स की शिकायत को लेकर ट्विटर, टोल फ्री नंबर और कंट्रोल रूम में शिकायत करने का सिस्टम बनाया गया है। नार्थ ईस्टर्न रेलवे और नार्दर्न रेलवे के आंकड़े बताते हैं कि पिछले सात दिनों में सिर्फ ट्विटर पर ही 210 पैसेंजर्स ने ट्वीट के माध्यम से रेलवे को शिकायत दर्ज करवाई है। इनमें से सबसे ज्यादा शिकायतें ट्रेनों में एसी न चलने, वाटर सप्लाई ठप, गंदगी समेत अन्य समस्याओं से जुड़ी थीं। इसके अलावा कंट्रोल रूम पर भी कई शिकायतें दर्ज करवाई जा रही हैं। दावा है कि यहां आने वाली शिकायतों का टीम निस्तारण कर देती है, लेकिन हकीकत यह है कि कई शिकायतें अभी भी पेंडिंग पड़ी हुई हैं।

एक ही रटा-रटाया जवाब

रेलवे के ऑफीशियल ट्विटर अकाउंट पर एक लाख से अधिक फॉलोवर्स हैं। पैसेंजर्स समस्या का समाधान पाने के लिए इस पर शिकायतें दर्ज कर देते हैं, ताकि उनकी दिक्कतों को दूर किया जाए। इस अकाउंट पर इन दिनों रोजाना औसतन 30 से अधिक शिकायतें आ रही हैं। शिकायत दर्ज कराने पर यह रिप्लाई आता है कि उपरोक्त विषय में संबंधित विभाग को सूचित कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, ट्विटर पर आने वाली शिकायतें संबंधित अधिकारियों को दी जाती हैं, जिसके बाद एक-एक कर इनका निवारण किया जाता है। आंकड़े बताते हैं कि शिकायतें तो दर्ज कर ली जाती है, लेकिन कुछ को छोड़करज्ज्यादातर का निस्तारण नहीं हो पाता।

यहां आने वाली शिकायतों का लगातार निस्तारण किया जा रहा है। ताकि ट्रेनों में सफर करने वाले किसी भी पैसेंजर्स को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

-महेश गुप्ता, पीआरओ, नार्थ ईस्टर्न रेलवे

इस तरह की आ रहीं शिकायतें

केस नंबर-1

ट्रेन नंबर 15204 बरौनी एक्सप्रेस से जाना था, लेकिन ट्रेन में न तो पानी है और न ही टॉयलेट में सफाई है। रेलवे की तरफ से कई बार ठोस कदम तो उठाए गए हैं, लेकिन व्यवस्था सही करने पर क्यों कोई ध्यान नहीं देता।

-अमित कुमार

केस नंबर-2

आनंद विहार से गोरखपुर जाने वाली ट्रेन नंबर 12572 हमसफर एक्सप्रेस में मच्छरों की भरमार है। इसमें सवारी से ज्यादा मच्छर हैं। क्या इससे डेंगू का खतरा नहीं है।

-यमन पाल

केस नंबर-3

ट्रेन नंबर-12555 गोरखपुर धाम एक्सप्रेस पर सफर करना था, लेकिन जब ट्रेन पर गया तो बाथरूम इतना गंदा था कि कोई भी अंदर न जाए। इस व्यवस्था को ठीक करने की जरूरत है।

-अंकुर गुप्ता

केस नंबर-4

हमसफर टे्रन में यात्रा कर रहे सभी पैसेंजर्स गर्मी से जूझ रहे हैं। कोच में एसी काम नहीं कर रहा, जिससे सभी पैसेंजर्स काफी परेशान हैं। इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए।

-अपर्णा सिंह

केस नंबर-5

ट्रेन नंबर 15119 देहरादून एक्सप्रेस में लोग गर्मी से बेहाल हैं। एसी कोच में कोई एसी नहीं चल रहा है, जिससे ट्रेन में बैठे सभी पैसेंजर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

-राजू