- जर्नल में राजधानी के 22 वैज्ञानिक शामिल केजीएमयू, पीजीआई, सीडीआरआई, आईटीआर को मिली जगह

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रुष्टयहृह्रङ्ख : विश्व स्तर पर प्रकाशित पब्लिक लाइब्रेरी ऑफ साइंस जर्नल में राजधानी के 22 वैज्ञानिकों ने जगह बनाई है। इस जर्नल को 16 अक्टूबर को संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के डॉ। जोन्ह के नेतृत्व में तीन वैज्ञानिकों के दल ने एक अध्ययन के जरिये प्रकाशित किया है। अध्ययन में विश्व के एक लाख वैज्ञानिकों और मेडिकल साइंस, इंजीनियरिंग व अन्य मौलिक विज्ञान के क्षेत्र के सर्वोच्च 2 फीसदी वैज्ञानिकों को शामिल किया गया है।

राजधानी के 22 वैज्ञानिकों के नाम शामिल

सूची में लखनऊ शहर से 22 वैज्ञानिकों के नाम हैं। इनमें 6 सीडीआरआई, 4 आईटीआर, 3 केजीएमयू, 3 लखनऊ यूनिवर्सिटी और 3 पीजीआई के वैज्ञानिक हैं। पीजीआई लखनऊ के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के प्रो। राकेश अग्रवाल सूची में सर्वोच्च स्थान पर है, जिनके 263 प्रकाशन हैं और विश्व में गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, हेपेटोलाजी के क्षेत्र में उनकी 490 रैंक है। डॉ। अग्रवाल वर्तमान में जीपमर पुडुचेरी में प्रतिनियुक्ति पर निदेशक के पद पर कार्य कर रहे हैं। संस्थान के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के दूसरे प्रो। डॉक्टर उदय चंद्र घोषाल के 288 प्रकाशन हैं और विश्व की सूची में उनका 931 स्थान है। डॉ। घोषाल को आंत संबंधी रोगों के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल है और वे रोम फाउंडेशन के सह अध्यक्ष भी हैं। रोम फाउंडेशन विशेषज्ञों का समूह है जो आंतों के रोगों के प्रबंधन के लिए गाइडलाइंस बनाता है। डॉ। अग्रवाल और डॉ। घोषाल विश्व की सूची के 8 भारतीय गैस्ट्रोलॉजिस्ट में से दो श्रेष्ठ हैं। सर्जिकल गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी के प्रो। डॉ। वीके कपूर के 233 प्रकाशन हैं और सर्जरी के क्षेत्र में विश्व में इनकी 968 रैंक है। गॉलब्लैडर कैंसर पर डॉक्टर कपूर का कार्य अंतरराष्ट्रीय रूप से मान्यता प्राप्त है। सूची में एसजीपीजीआई के पूर्व स्टूडेंट्स डॉ। नैवेद्य चट्टोपाध्याय का भी नाम है जिन्होंने 1989-1992 में प्रोफेसर गोडबोले के सक्षम मार्गदर्शन में अपना शोध कार्य पूरा किया और आज वह सीडीआरआई में कार्य कर रहे हैं। इनकी इंडॉक्रिनलॉजी और मेटाबॉलिज्म में विश्व की सूची में 201 रैंक है। अस्थि स्वास्थ्य और ऑस्टियोपोरेसिस क्षेत्र में शोध पर उनका विश्व स्तरीय कार्य है। पीजीआई चंडीगढ़ में लिवर के क्षेत्र में किये गये अपने उत्कृष्ट कार्य के आधार पर डॉक्टर धीमान भी इस सूची में स्थान रखते हैं। लिवर रोग जैसे लिवर ट्रांसप्लांट की जटिलताएं, जनसामान्य में होने वाला क्रॉनिक वायरल हेपेटाइटिस इत्यादि क्षेत्र में उनका योगदान उल्लेखनीय है। उनके 320 प्रकाशनों के साथ विश्व सूची में उनका 1154 स्थान है।

केजीएमयू के तीन डॉक्टरों का नाम भी शामिल

वही किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के तीन डॉक्टरों को दुनिया के टॉप 2 प्रतिशत साइंटिस्ट की लिस्ट में शामिल किया गया है। सूची में विभागाध्यक्ष बाल विभाग प्रो। शैली अवस्थी को 536 वां स्थान दिया गया है। उनका पहला रिसर्च 1987 में पब्लिश हुआ था। इसके साथ ही डीन रिसर्च सेल डॉ आरके गर्ग को इस लिस्ट में 3500 वां स्थान प्राप्त हुआ है। उनका पहला रिसर्च 1987 में पब्लिश हुआ था। तीसरे डॉक्टर है न्यूरोलॉजी विभाग के डॉ। नीरज कुमार, जिन्हें इस लिस्ट में 3891वां स्थान प्राप्त हुआ है। उनकी पहली रिसर्च वर्ष 2003 में पब्लिश हुई थी।

एलयू के वैज्ञानिकों का पता नही

जर्नल में लखनऊ यूनिवर्सिटी के जिन शिक्षकों को जगह मिली है, उनका यूनिवर्सिटी में कही अता.पता नही है। यूनिवर्सिटी के अप्लाइड फिजिक्स के डॉ। एके श्रीवास्तव को 978 रैंक पर रखा गया है। जबकि यूनिवर्सिटी में न तो यह विभाग है और न ही इस नाम का फिजिक्स डिपार्टमेंट में कोई शिक्षक रहा है। दूसरे बायोकेमिस्ट्री एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के लिए डॉ। दीपक कुमार श्रीवास्तव को 1706 रैंक पर रखा गया है। बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ। सुधीर मेहरोत्रा का कहना है कि इस नाम का विभाग में कोई शिक्षक नही रहा है। उनका कहना है कि सम्भव है कि टाइपिंग एयरर हो गया हो। वही यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव का कहना है कि सूची में जिनका जिक्र है, यूनिवर्सिटी से उनका कोई सम्बन्ध नही है। न ही उनके बारे में किसी को जानकारी है।

लखनऊ यूनिवर्सिटी

- डॉ। दीपक श्रीवास्तव : बायोकेमिस्ट्री

- डॉ। एके श्रीवास्तव : एप्लाइड फिजिक्स

- डॉ। विष्णु जी। राम : ऑर्गेनिक केमेस्ट्री

सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीडीआरआई)

-डॉ। एके सक्सेना : मेडिसिनल एंड बायोमॉलिक्यूलर केमिस्ट्री

-डॉ। नवेद्या चटोपाध्याय : इंडोक्राइन एंड मेटाबोलिज्म

-डॉ। डीएस भुकुनी : जनरल केमिस्ट्री

-डॉ। चंदन सिंह : मेडिसिन एंड बायोमॉलिक्यूलर

-डॉ। बीएन धवन : फार्मकोलॉजी एंड फार्मेसी

-डॉ। पीएमएस चौहान : मेडिसिनल एंड बायोमॉलिक्यूलर केमिस्ट्री

-सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ मेडिसिनल एरोमेटिक प्लांट

-डॉ। रूबेन रसेल : ट्रॉपिकल मेडिसिन

नेशनल बोटेनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट

-डॉ। सरिता सिन्हा : एनवायरमेंटल साइंस

-डॉ। सीएस नौटियाल : माइक्रोबायोलॉजी

-डॉ। अनिल कुमार : फार्माकोलॉजी

¨कग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी

-डॉ। आरके गर्ग और डॉ। नीरज कुमार न्यूरोलॉजी एंड न्यूरो सर्जरी

-डॉ। शैली अवस्थी : पीडियाट्रिक

संजय गांधी पीजीआई

-डॉ। राकेश अग्रवाल : गैस्ट्रो मेडिसिन जो वर्तमान में जिपमर, पुडुचेरी के निदेशक हैं

-डॉ। यूसी घोषाल : गैस्ट्रो मेडिसिन

-डॉ। आरके धीमान : गैस्ट्रो मेडिसिन पीजीआई चंडीगढ़ से हैं, वर्तमान में संस्थान के निदेशक हैं।

-डॉ। वीके कपूर : सर्जरी

आईईटी से डॉ। राजीव सिंह : एप्लाइड फिजिक्स

आईआईएम : डॉ। समीर कुमार श्रीवास्तव : बिजनेस मैनेजमेंट