लखनऊ (ब्‍यूरो)। संतान न होने की परेशानी से जूझ रही महिलाओं को अब राजधानी के सिविल अस्पताल में भी बेहतर इलाज मिल सकेगा। शासन ने हॉस्पिटल प्रशासन के प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए यहां डॉ। अनीता नेगी को तैनात कर दिया है। जल्द ही यहां इन्फर्टिलिटी क्लीनिक भी खोली जाएगी।

जल्द खुलेगी यूनिट

सिविल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ। डीएस नेगी ने बताया कि जो महिलाएं संतान सुख से वंचित हैं उनके लिए इन्फर्टिलिटी सेंटर जल्द शुरू किया जाएगा। यहां आईयूआई ट्रीटमेंट सुविधा मरीजों को दी जाएगी। अगले साल से यह सुविधा शुरू होगी। इसके लिए डॉ। अनीता इन्फर्टिलिटी ट्रीटमेंट की ट्रेनिंग भी कर चुकी हैं। वे पहले लोहिया में तैनात थीं, लेकिन विलय होने की वजह से शासन ने उनका तबादला सिविल हॉस्पिटल कर दिया है।

डेली आती हैं 20-30 महिलाएं

डॉ। डीएस नेगी ने बताया की इन्फर्टिलिटी की समस्या को लेकर डेली करीब 20-30 महिलाएं यहां आती हैं लेकिन इसकी सुविधा न होने के कारण उनको दूसरी जगह भेजा जाता था। जल्द ही इन्फर्टिलिटी क्लीनिक खुलने से उनका इलाज यहीं हो सकेगा। जिससे संतान सुख की चाह रखने वाली महिलाओं को भटकना नहीं पड़ेगा।

क्या है इनफर्टिलिटी

इनफर्टिलिटी एक बहुत गंभीर समस्या है। जिसके कारण बहुत से कपल्स की गोद सूनी ही रह जाती है। आज की भागम भाग वाली जिंदगी तथा खराब किस्म के खान पान के चलते इनफर्टिलिटी की समस्या आम बात हो गई है। इनफर्टिलिटी के कारण शादी शुदा जोड़े गर्भ धारण नहीं कर पाते हैं। यदि इस समस्या के चलते किसी महिला को गर्भ धारण हो भी जाए तो गर्भपात होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसके साथ ही जीवित बच्चों को जन्म न दे पाना भी इनफर्टिलिटी के अंतर्गत ही आता है। इनफर्टिलिटी पुरुष व महिलाओं दोनों को ही होती है, लोगों में भ्रांति है कि इनफर्टिलिटी सिर्फ महिलाओं में ही होती है। जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। इनफर्टिलिटी की दशा में जहां महिलाओं में अंडों नहीं बनते हैं, वहीं पुरूषों में स्पर्म की कमी होती है। यदि जोड़े में से किसी एक को भी इनफर्टिलिटी की समस्या है, तो उन्हें संतान का सुख नहीं मिल सकता है।

इन्फर्टिलिटी क्लीनिक जल्द शुरू कराया जाएगा। इसके लिए ट्रेंड डॉक्टर भी है। जल्द यहां आने वाली महिलाओं को इसकी सुविधा मिलने लगेगी।

- डॉ। डीएस नेगी, निदेशक सिविल हॉस्पिटल

lucknow@inext.co.in