लखनऊ (ब्यूरो)। स्टूडेंट्स का कहना था कि पूरा पेपर सही से करने के बाद ज्यादातर स्टूडेंट्स को फेल किया गया हैं। जारी रिजल्ट में करीब 50 प्रतिशत से अधिक स्टूडेंट्स को दो नंबर से लेकर 14 नंबर तक दिए गए हैं। जब पेपर में दस सवाल पूछे गए थे जिसमें से पांच करने होते है, एक सवाल 14 नंबर का होता हैं। ऐसे में पूरा पेपर करने के बाद भी स्टूडेंट्स को दो, चार, आठ, दस या 14 नंबर कैसे मिल सकते हैं।
कहीं 6 तो कहीं 10 अंक मिले
एलएलबी ऑनर्स के सातवें सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 से 30 दिसंबर तक हुई थींं। इसमें लैंड लॉ एंड लोकल लॉ पेपर-3, लॉ ऑफ टैक्सेशन पेपर-5 और आप्शनल लॉ कांस्टीट््यूशनल लॉ, क्रिमिनल लॉ पेपर-7 में छात्रों को बहुत कम अंक मिले हैं। किसी को 70 में 6 अंक मिले हैं तो किसी को 10 अंक। छात्रों का आरोप है कि उन्हें भेदभाव ढंग से अंक दिए गए हैं। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों पुर्नमूल्यांकन के मांग को मानने से इंकार किया है।