लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू में राजधानी समेत अन्य शहरों से भी मरीज इलाज कराने आते हैं। मरीजों को भीड़ को कम करने के लिए टेलीमेडिसिन व्यवस्था शुरू की गई है, ताकि दूर-दराज से आने वाले मरीजों को वहीं पर चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराया जा सके। इसी को लेकर एक सितंबर से श्रावस्ती जिले के मरीजों को केजीएमयू के डॉक्टर्स का परामर्श मिलेगा। केवल गंभीर मरीजों को ही संस्थान के लिए रेफर किया जायेगा। शुरुआत में पांच विभागों के डॉक्टर्स परामर्श देंगे।

मरीजों को मिलेगा फायदा

केजीएमयू में रोजाना चार हजार से अधिक मरीज इलाज कराने आते हैं, जिसमें प्रदेश के दूसरे जिलों के मरीजों की संख्या सबसे अधिक होती है। इसी को देखते हुए टेलीमेडिसिन की भी सुविधा दी जा रही है। इसके तहत विश संस्था के साथ केजीएमयू के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं। जिसके तहत श्रावस्ती के 14 सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले मरीजों के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकीय परामर्श शुरू किया जा रहा है। कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रो। एसके सिंह के मुताबिक, स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले 30 से 40 मरीजों में से 15 से 20 फीसदी मरीज बड़े संस्थानों में परामर्श के लिए रेफर किए जाते हैं। ऐसे में, मरीजों की भागदौड़ और समय बचाने के लिए यह सुविधा शुरू की जा रही है, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

शुरू में पांच विभाग की मिलेगी सुविधा

डॉ। एसके सिंह के मुताबिक, वीसी डॉ। बिपिन पुरी के निर्देशन में इस पहल की शुरुआत में केजीएमयू के पांच विभागों को जोड़ा गया है। जिसके तहत एक सितंबर से त्वचा रोग विभाग की टेलीमेडिसिन सुविधा शुरू हो जाएगी। इसके अलावा प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग, जनरल सर्जरी विभाग, दंत संकाय के विभाग और मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञों को ट्रेनिंग दी गई है, जो सप्ताह में एक दिन चिकित्सकीय परामर्श देंगे। आगे चलकर अन्य विभागों को भी जोडऩे की दिशा में काम किया जायेगा ताकि अधिक से अधिक मरीजों को फायदा पहुंचाया जा सके।