लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के 12 चौराहों पर ऐसी रोड बनाई जाएगी, जो बारिश के पानी से तो सेफ रहेंगी ही साथ ही अन्य रोड्स के मुकाबले इन पर हादसों का ग्राफ भी लगभग शून्य रहेगा। एक खास बात यह भी है कि इन रोड्स का मेंटीनेंस भी बार-बार नहीं करना पड़ेगा।

बनाई जा रहीं मास्टिक एसफॉल्ट रोड

स्मार्ट सिटी के अंतर्गत राजधानी के 12 चौराहों को डेवलप करने की कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके अंतर्गत चौराहों के आसपास 50 मीटर के दायरे तक मास्टिक एसफॉल्ट रोड बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। खास बात यह है कि पेपर मिल तिराहे पर मास्टिक एसफॉल्ट रोड का निर्माण भी करा दिया गया है। वहां जाकर आप खुद देख सकते हैैं कि इस रोड की खासियत क्या क्या हैैं। पहले जहां इस तिराहे से लोग अपने व्हीकल बहुत रफ्तार से लेकर निकलते थे, वहीं जब से मास्टिक एसफॉल्ट रोड बनी है, वाहनों की रफ्तार में अपने आप ब्रेक लग गया है।

इन प्रमुख चौराहों का चयन

- सिकंदरबाग चौराहा

- पेपर मिल तिराहा

- कैसरबाग चौराहा

- चारबाग चौराहा

- पॉलीटेक्निक चौराहा

रोड के प्रमुख फायदे

1- लंबे समय तक चलेगी

2- बार-बार मेंटीनेंस की जरूरत नहीं

3- वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक

4- हादसों की संख्या न के बराबर रहेगी

5- बारिश के पानी में रोड टूटेगी नहीं

व्हीकल लोड पर फोकस

जिन चौराहों का चयन किया गया है, उन पर व्हीकल लोड अधिक है। जिससे यहां हादसे का खतरा रहता है। एक तरफ तो इन चौराहों के आसपास मास्टिक एसफॉल्ट रोड बनाई जाएगी, वहीं दूसरी तरफ चौराहों का सौंदर्यीकरण भी होगा। जिसमें मुख्य रूप से चौराहों को अतिक्रमण फ्री रखा जाएगा साथ ही आकर्षक लाइटिंग भी कराई जाएगी। चौराहों के आसपास सवारी वाहनों को रुकने नहीं दिया जाएगा। चौराहों पर सेंसर बेस्ड जेब्रा क्रासिंग की व्यवस्था रहेगी और सीसीटीवी भी लगाए जाएंगे।

अन्य चौराहों पर भी तैयारी

पहले उन 12 चौराहों पर असफॉल्ट रोड बनाई जाएगी, जिनका चयन स्मार्ट सिटी के अंतर्गत किया गया है, वहीं दूसरी तरफ इन चौराहों के अतिरिक्त अन्य चौराहों पर भी उक्त कदम उठाए जाने की तैयारी है। हालांकि जो अन्य चौराहे शामिल किए जाएंगे, वहां पर भी ट्रैफिक लोड और हादसों की संख्या को देखा जाएगा।

हटाई जाएंगी लाइट्स

मंडलायुक्त के निर्देश पर ऐसे चौराहों को चिंहित करने का काम शुरू हो गया है, जहां ट्रैफिक लाइट्स की वजह से जाम की समस्या आती है। तैयारी की जा रही है कि इन चौराहों से लाइट्स को हटा दिया जाए लेकिन कैमरे लगे रहेंगे। जिससे ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों पर शिकंजा कसा जा सके। इसके साथ ही चौराहों के साइज को लेकर भी सर्वे कराने की तैयारी की जा रही है। वहीं यह भी देखा जा रहा है कि किस रूट पर कितना ट्रैफिक है।

12 चौराहों के आसपास मास्टिक एसफॉल्ट रोड बनाई जा रही है। पेपर मिल तिराहे से इसकी शुरुआत कर दी गई है। जल्द ही अन्य चौराहों पर भी काम शुरू होगा। सभी चौराहों का सौंदर्यीकरण भी कराया जा रहा है।

-एससी सिंह, जीएम, स्मार्ट सिटी