- एलयू में यूजी सेमेस्टर एग्जाम के लिए जल्द जारी होंगे नियम

- न्यूनतम अवधि से दोगुना समय में मिलेगा डिग्री पूरा करने का प्रस्ताव

LUCKNOW : एलयू प्रशासन नये सेशन से यूजी के कोर्सेस में सेमेस्टर सिस्टम लागू करने जा रहा है। इसको लेकर पूरी नियमावली लगभग तैयार कर ली गई है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि अगले महीने यूजी सेमेस्टर प्रणाली की नियमावली को कार्य परिषद में रखा जाएगा। जहां से प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद इसे यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। यूनिवर्सिटी सूत्रों का कहना है कि यूजी सेमेस्टर प्रणाली पीजी सेमेस्टर प्रणाली की तर्ज पर ही होगी। इसमें कुछ ज्यादा बदलाव नहीं किया गया है।

बैक पेपर में दो ही पेपर कर सकेंगे क्लियर

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बताया कि कैंपस और कॉलेजों में लागू होने जा रहे सेमेस्टर कोर्स में स्टूडेंट्स अधिकतम दो पेपर में ही बैक पेपर दे सकेंगे। यानी हर सेमेस्टर एग्जाम में स्टूडेंट्स को पिछले सेमेस्टर के किन्हीं दो पेपर को क्लियर करने का मौका दिया जाएगा। इसके अलावा जिन सेमेस्टर कोर्स में केवल दो पेपर हैं, वहां पर स्टूडेंट्स को एक पेपर में बैक की अनुमति होगी। यूनिवर्सिटी सूत्रों का कहना है कि न्यूनतम अवधि के दोगुने समय में ही स्टूडेंट्स कोई डिग्री पूरी कर सकेंगे। इससे अधिक समय स्टूडेंट्स नहीं ले सकेंगे। स्टूडेंट्स को हर सेमेस्टर के प्रत्येक पेपर में न्यूनतम अंक और सेमेस्टर में औसत अंक लाने अनिवार्य होंगे। सभी सेमेस्टर में पास होने के बाद ही स्टूडेंट्स को डिग्री मिलेगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि इन नियमों तैयार करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। एक बार कार्य परिषद में प्रस्ताव पास होने के बाद यूनिवर्सिटी में इसे अगले सत्र 2018-19 से लागू करते हुए, इन नियमों को वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।

कोर्स पूरा करने को मिलेगा दोगुना समय

यूजी सेमेस्टर सिस्टम के प्रस्तावित नियमों के अनुसार न्यूनतम अवधि में कोर्स पूरा नहीं करने पर स्टूडेंट्स को दोगुना समय मिलेगा। यानी तीन साल के कोर्स में स्टूडेंट्स को अधिकतम छह साल का समय मिलना प्रस्तावित है। चार साल के कोर्स के लिए भी अधिकतम अवधि आठ साल ही रहेगी। प्रत्येक सेमेस्टर में स्टूडेंट्स को प्रत्येक पेपर में न्यूनतम अंक प्रतिशत हासिल करना होगा, लेकिन सभी पेपर को मिला के औसत अंकों की बाध्यता भी रहेगी। यदि कोई स्टूडेंट्स किसी सेमेस्टर में निर्धारित पेपर में से आधे में फेल होता है तो उसे फेल माना जाएगा। इससे ज्यादा पेपर में फेल होने पर स्टूडेंट्स को एक्स्ट्रा पेपर देने होंगे। स्टूडेंट्स को एक साथ केवल एक ही सेमेस्टर के पेपर देने की छूट होगी। स्टूडेंट्स किसी भी दशा में दो सेमेस्टर की परीक्षा एक साथ नहीं दे सकेंगे। रेगुलर या बैक पेपर में अब्सेंट रहने पर स्टूडेंट्स को फेल माना जाएगा। ऐसे स्टूडेंट्स अगले सेमेस्टर में बैक पेपर दे सकेंगे।