- ठीक हो चुके मरीजों को पोस्ट कोविड ओपीडी की दरकार

- एक्सपर्ट का भी है मानना मरीजों के लिए ओपीडी बेहद अहम

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख: कोरोना को मात देने के बाद भी ठीक हुए लोगों को काफी परेशानी हो रही है। ऐसे में कई एक्सपर्ट पोस्ट कोविड ओपीडी एंड काउंसिलिंग की सलाह देते हैं, जहां ठीक हो चुके मरीजों को अपनी सभी समस्याओं का समाधान मिल सके। हालांकि नोएडा के चाइल्ड पीजीआई की तर्ज पर कई संस्थान में ऐसे मरीजों को बुलाया जाता है, लेकिन इसके बावजूद शहर में एक अलग कोविड मरीजों के लिए ओपीडी की जरूरत महसूस की जा रही है।

बॉक्स

काउंसिलिंग की बेहद जरूरत

लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ। श्रीकेश सिंह के मुताबिक मरीजों की कोरोना से संबंधित दिक्कतें तो ठीक हो गई हैं, लेकिन मानसिक तौर पर प्रॉब्लम बनी हुई है। ऐसे में उनको काउंसिलिंग की जरूरत है। भले ही मरीजों की कोविड से लड़ाई खत्म हो गई हो, लेकिन मानसिक तौर पर ज्यादा लड़ना है इसलिए प्रॉपर फॉलोअप कर रहे हैं। हालांकि हमारे यहां साइकोलॉजिकल काउंसिलिंग का काम कोविड के दौरान से ही चल रहा है, जहां फोन पर संपर्क करके भी लोगों की काउंसिलिग हो रही है। अगर किसी को कोविड संबंधी अन्य समस्या है तो पहले फोन पर जानकारी करके उनको संबंधित विभाग में भेजा जाता है। इसके लिए करीब 10 फीसद ही लोगों की कॉल आ रही है। फिलहाल अलग से कोई ओपीडी नहीं है।

कर रहे फॉलोअप

केजीएमयू के डॉ। डी हिमांशु ने बताया कि उनके यहां गांधी वार्ड में पोस्ट कोविड मरीजों के लिए काम किया जा रहा है, जहां डिस्चार्ज मरीजों को फॉलोअप के लिए गांधी वार्ड में बुलाते हैं। माइल्ड केसेज की तो ज्यादातर फोन से ही समस्या दूर कर देते हैं, लेकिनए मॉडीरेट व सीवियर केसेज वाले लोगों को एक हफ्ते के रोटेशन में बुलाते हैं। इसके अलावा गंभीर मरीजों का एक्स-रे भी हर तीन महीने पर कर रहे ताकि प्रॉब्लम क्या है इसके बारे में पता चल सके। फॉलोअप केसेज सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 2 के बीच में देखे जाते हैं जब हॉस्पिटल पूरी तरह से चलने लग जाएगा तो एक अलग से इसके लिए ओपीडी की व्यवस्थी की जाएगी ताकि कोई भी वहां पर आकर अपनी समस्या को बताकर समाधान ले सके।

कॉल करके ले सकते हैं सहायता

लोकबंधु कोविड हॉस्पिटल की सीएमएस डॉ। अमिता यादव ने बताया कि डिस्चार्ज होने पर सभी को हेल्पडेस्क का नंबर दिया जाता है। उनको बताया जाता है कि अगर आपको कोई प्रॉब्लम होती है तो इन नंबर पर कॉल करके सहायता ले सकते हैं, जहां तक पोस्ट कोविड ओपीडी की बात है तो इसको लेकर अगर गर्वनमेंट का कोई आदेश आता है तो उसी अनुसार काम किया जाएगा।

ठीक हो चुके मरीजों को यह हो रही प्रॉब्लम

- कमजोरी

- सांस संबंधी बीमारी

- चलते वक्त सांस फूलना

- दिल की धड़कनें अचानक तेज होना

- शरीर में दर्द

- जोड़ों में दर्द

- साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम