लखनऊ (ब्यूरो)। बीते दिनों जनेश्वर मिश्र पार्क के पास एएसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे नामिश की स्केटिंग करने के दौरान सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद से रोड पर स्केटिंग के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अब लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने सड़क पर स्केटिंग करने को लेकर कड़ा कदम उठाया है। रोड पर स्केटिंग करते पकड़े जाने पर अब बच्चों के परिजनों को जेल की हवा खानी पड़ सकती है।

हादसे का रहता है खतरा

शहर के अलग-अलग हिस्सों में कई ऐसे स्केटिंग सेंटर हैं, जहां बच्चों को स्केटिंग सिखाई जाती है। पर कई बार आउटडोर ट्रेनिंग के लिए इन बच्चों को सड़कों पर उतार दिया जाता है, जिससे इन बच्चों पर तो सड़क हादसे का खतरा मंडराता ही रहता है। जिसे देखते हुए पुलिस अब ऐसे लोगों पर सख्ती बरतने का ब्लूपिं्रट तैयार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर कोई बच्चा सड़क पर स्केटिंग करते पाया तो उसके परिजनों या फिर ट्रेनर के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

कोच पर दर्ज हुआ था केस

20 नवंबर की सुबह जनेश्वर मिश्र पार्क जी-20 चौराहे के पास नामिश को स्केटिंग करने के दौरान एक तेज रफ्तार कार ने उड़ा दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। हादसे के दौरान स्केटिंग ट्रेनर भी नामिश के साथ था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि जनेश्वर मिश्र पार्क गेट-3 स्थित पार्किंग स्थल के पास बच्चों को रोजाना स्केटिंग सिखाई जाती है, लेकिन ट्रेनिंग के दौरान कई बार बच्चों को ट्रेनिंग स्थल से बाहर सड़क पर ले जाकर भी ट्रेनिंग दी जाती है।

सख्ती के दिए आदेश

जेसीपी लॉ एंड आर्डर ने शहर के सभी थानों को कहा है कि अपने एरिया में रोड पर स्केटिंग करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आया जाए। स्केटिंग ज्यादातर बच्चे ही करते हैं। कई बार ये बच्चे स्केटिंग करते हुए सड़कों पर उतर आते हैं। कई बार रील बनाने के चक्कर में भी ऐसा किया जाता है।

चिन्हित जगहों पर ही करें स्केटिंग

बच्चे स्केटिंग सिर्फ उन्हीं जगहों पर करें जहां पर वे ट्रेनिंग ले रहे हैं। अगर आउटडोर स्केटिंग करनी भी है तो उसके लिए पहले परमीशन लेनी होगी। इसके लिए उस रोड को चिन्हित करना होगा, जहां गाड़ियों को आवागमन नहीं होता हैं।