लखनऊ (ब्यूरो)। बढ़ती गर्मी से सिटी बस प्रबंधन का खजाना भरना शुरू हो गया है। सिटी बसों में यात्रियों की भीड़ बढऩे के साथ ही सिटी बस प्रबंधन को एक करोड़ रुपये से अधिक की आय हुई है। सिटी बस प्रबंधन के अनुसार इलेक्ट्रिक बसों के आने से यात्रियों को खासी राहत मिली है। कोई भी रूट ऐसा नहीं है जिस पर सिटी बस में यात्रियों की संख्या कम हो। सिटी बस प्रबंधन के अधिकारियों के अनुसार, वर्ष 2009 में सिटी बसों के संचालन के बाद आय लगातार कम होती रही है। पहला मौका है जब सिटी बस ने मात्र एक महीने में एक करोड़ की आय हासिल की है।

कई सालों के बाद बढ़ी कमाई
अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2019 मई में जब सिटी बसों का संचालन सामान्य रूप से किया जा रहा था, तब कमाई 1.24 करोड़ रुपये हुई। वर्ष 2020 और 21 में कोरोना के चलते लॉकडाउन रहा और सिटी बसों का संचालन प्रभावित रहा। इस वर्ष जब बसों का संचालन शुरू हुआ, तो बसों में भी भीड़ बढऩी शुरू हुई। मई 2022 में 2.40 करोड़ रुपये आय पहुंच गई। राजधानी में चढ़ते पारे के चलते लोग अब एसी बसों में सफर को मजबूर हैं। मई 2019 में 7.99 लाख यात्रियों ने सिटी बस में सफर किया, वहीं मई 2022 में 17.91 लाख यात्रियों ने यात्रा की। वर्तमान में रोजाना 120 सीएनजी और 100 एसी इलेक्ट्रिक सिटी बसों का संचालन किया जा रहा है। कम किराये में यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। सिटी बस प्रबंधन के एमडी पल्लव बोस के अनुसार, एसी बसें यात्रियों में तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। मई माह में सिटी बसों में यात्री तेजी से बढ़े हैं। सिटी बसों में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें बढ़ाई जानी हैं। तकरीबन 13 वर्षों के बाद सिटी बसों की आय बढऩी शुरू हुई है।