- ट्रैफिक पुलिस के चालान के आंकड़े दे रहे गवाही, आम दिनों की तरह लॉकडाउन में भी हो रहे चालान

- मास्क के लिए अवेयर करने के बाद भी हर दिन सैकड़ों लोगों के बिना मास्क किए जा रहे चालान

LUCKNOW: एक तरफ कोरोना महामारी से बचाने के लिए पुलिस और हेल्थ वर्कर्स अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सरकार ने लोगों की जान बचाने के लिए लॉकडाउन के साथ नाइट कफ्र्यू लगाया है। बावजूद इसके लोग अपनी जान जोखिम में डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। मेडिकल सर्विस व अति आवश्यक काम से निकलने वालों को केवल लॉकडाउन में छूट है, लेकिन इसका फायदा चंद लोग उठा कर कोविड नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। यह हम नहीं कह रहे बल्कि खुद ट्रैफिक विभाग के आंकड़े बयां कर रहे हैं। 30 अप्रैल से लॉकडाउन लगा है। लॉकडाउन व उससे पहले ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के मामले में किए गए चालान में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है। हेलमेट के चालान को छोड़ दें तो आम दिनों की तरह ही लॉकडाउन में भी अलग अलग नियमों पर लोगों का चालान किया जा रहा है।

लॉकडाउन में मास्क के सबसे ज्यादा चालान

कोविड माहामारी से बचाव के लिए मास्क और सेनेटाइजर के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का लगातार प्रचार प्रसार किया जा रहा है। टीवी, सोशल मीडिया, रेडियो, ट्रैफिक सिगनल के साथ साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम पर भी लोगों को मास्क लगाने के लिए अवेयर किया जा रहा है। वहीं लोगों की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा चालान सिविल पुलिस ने मास्क न लगाने वालों के किए हैं। हर दिन सैकड़ों की संख्या में मास्क न लगाने वालों का चालान किया जा रहा है। लॉकडाउन से पहले के आंकड़े से दोगुना चालान लॉकडाउन के दौरान मास्क का चालान किया जा रहा है।

डेट हेलमेट तीन सवारी सील बेल्ट बिना लाइसेंस प्रदूषण रॉग साइट नो पार्किंग मास्क (ट्रैफिक पुलिस) मास्क (सिविल पुलिस)

3 मई 30 01 02 07 03 05 20 05 399

2 मई 43 05 10 07 01 10 17 03 701

1 मई 10 03 10 19 12 11 12 03 1224

30 अप्रैल 121 04 28 30 00 10 39 10 666

29 अप्रैल 122 06 23 08 00 06 58 00 1073

28 अप्रैल 152 12 08 31 00 18 139 00 410

27 अप्रैल 105 04 15 09 00 08 66 06 780

हर दिन एक लाख रुपये से ज्यादा का भर रहे जुर्माना

ट्रैफिक पुलिस और सिविल पुलिस के आंकड़ों पर ध्यान दें तो शहर में रोजाना कोविड प्रोटोकॉल की गाइडलाइन तोड़ने पर एक लाख रुपये का चालान किया जा रहा है।