लखनऊ (ब्यूरो)। न्यू ईयर सेलीब्रेशन को लेकर राजधानी के ताजमहल, रेनेसां, पिकेडली, हयात, रमाडा प्लाजा सहित अन्य होटलों में लोग परिवार के साथ डिनर करने पहुंचे। हालांकि इसबार पहले की तरह धमाकेदार प्रोग्राम नहीं हुए। और लोगों ने सादगी के साथ नए साल का स्वागत किया। क्योंकि रात 11 बजे के बाद नाइट कफ्र्यू लगाया गया है। ऐसे में लोगों को समय से पहले अपने घरों के लिए निकलना पड़ा।

पार्क रहे गुलजार

साल के आखिरी दिन जनेश्वर मिश्र पार्क, लोहिया पार्क और चिडिय़ाघर में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और गुलाबी धूप में जमकर मस्ती की। वहीं बच्चों ने भी जमकर धमाचौकड़ी मचाई। इस दौरान सेल्फी का भी लंबा दौर चला।

मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़

नए वर्ष के स्वागत के लिए महाकाल मंदिर में बाबा का भव्य श्रंगार किया गया। वहीं मनकामेश्वर मंदिर में कोरोना के अंत की कामना करते हुए विशेष आरती का आयोजन किया गया। इस दौरान सभी मंदिरों में काफी संख्या में भक्त मौजूद रहे।

फूलों की वर्षा हुई

नव वर्ष की पूर्व संध्या पर हर साल की तरह ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब यहीयागंज में गुरुद्वारा साहिब के दरबार हाल को फूलों से भव्य रूप से सजाया गया। ज्ञानी परमजीत सिंह द्वारा रहरास साहिब के पाठ से दीवान की शुरुआत की गई। उसके उपरांत गुरुद्वारा साहिब के हजूरी रागी जत्था भाई वीर सिंह ने आरती शब्द कीर्तन गायन किया। वहीं, ज्ञानी जगजीत सिंह जाचक द्वारा नव वर्ष पर गुरबाणी का उपदेश गुरु महाराज का संदेश कथा व्याख्यान द्वारा समझाया गया। उसके बाद रागी जत्था भाई कमल पाल सिंह द्वारा संगत को गुरबाणी कीर्तन श्रवण करा के भावविभोर किया। गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष डॉ। गुरमीत सिंह ने आई संगत को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी।