5 लाख 59 हजार मकान शहर में
70 फीसद में सिस्टम की व्यवस्था नहीं
80 फीसदी सरकारी बिल्डिंग में सिस्टम नहीं
75 फीसद प्राइवेट बिल्डिंग में भी सिस्टम नहीं
- 80 फीसदी सरकारी और प्राइवेट बिल्डिंगों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगा
- जिम्मेदारों ने आश्वासन तो कई बार दिया लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला
LUCKNOW एक तरफ जहां राजधानी के इलाकों में अंडर ग्राउंड वाटर लेवल लगातार डाउन होता जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ जल संरक्षण की दिशा में कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। जिम्मेदारों की ओर से कई बार रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए योजनाएं तो बनाई गईं लेकिन इन्हें अभी तक रफ्तार नहीं मिली है।
बिल्डिंगों में सिस्टम गायब
सभी सरकारी बिल्डिंग में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम होना चाहिए लेकिन राजधानी में 75 से 80 फीसद बिल्डिंगों में यह सिस्टम नहीं है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हर साल बारिश का पानी नाले-नालियों में बह जाता है। जिसका खामियाजा आने वाले वक्त में हमें भुगतना पड़ेगा।
प्राइवेट बिल्डिंगों का भी यही हाल
सरकारी की तरह प्राइवेट बिल्डिंगों में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नजर नहीं आता है। सिर्फ 15 फीसदी प्राइवेट बिल्डिंग में ही यह सिस्टम लगा है।
जनता को जागरुक नहीं
जनता को भी इस दिशा में कोई जागरुक नहीं किया जाता है। अगर जिम्मेदारों की ओर से इस दिशा में जनता को जागरुक किया जाए तो करीब 30 से 40 फीसदी लोग अपने भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था कराएंगे।
पानी का संकट बढ़ा
जल संरक्षण न होने से राजधानी के कई इलाकों जैसे सरोजनी नगर, आशियाना, इस्माइलगंज द्वितीय वार्ड, लालकुआं, फैजुल्लागंज आदि में जल संकट की समस्या आ रही है।
यह है नियम
सभी सरकारी और ऐसे प्लॉट जो 500 स्क्वॉयर मी। से बड़े हैं, उनमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य है। वहीं ऐसी बिल्डिंग, जिनका निर्माण एरिया एक हजार स्क्वॉयर मी। से अधिक है, उनमें भी यह सिस्टम आवश्यक है।
प्रदेश सरकार गंभीर
रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर है। हाल में ही सरकार की ओर से पेश किए गए बजट में सरकारी बिल्डिंगों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य किया गया है।
नक्शे पर ध्यान नहीं
एलडीए और आवास विकास की ओर से आवासीय और कॉमर्शियल संपत्तियों का नक्शा पास किया जाता है। विशेषज्ञों की माने तो नक्शे में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम संबंधी बिंदु अंकित होता है लेकिन पब्लिक की ओर से इसे नजरअंदाज करके बिल्डिंग तैयार करा ली जाती है। जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं देते हैं।
बाक्स
उठाने होंगे ये कदम
1- सरकारी और प्राइवेट बिल्िडग में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था
2- जनता को जागरुक करने की जरूरत
3- सिस्टम अप्लाई न होने पर संबंधित जिम्मेदार पर कार्रवाई हो
4- समय-समय पर सिस्टम की मॉनीटरिंग की जाए
वर्जन
नगर निगम के भवनों समेत 121 स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए 15वें वित्त से धनराशि स्वीकृत भी हो चुकी है।
संयुक्ता भाटिया, मेयर