-महिला समेत चार घायल, लोहिया हॉस्पिटल में एडमिट

-मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ा

-एहतियात के तौर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात

LUCKNOW: इंदिरानगर के अमराई गांव में कुर्बानी को लेकर चल रहे विवाद ने मंगलवार को हिंसक रूप ले लिया। दो पक्षों के बीच कहासुनी से शुरू हुआ विवाद पथराव और फिर फायरिंग तक जा पहुंचा। इस संघर्ष में एक महिला को गोली लगी जबकि, एक युवती समेत तीन लोग पथराव में गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिये लोहिया हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ने के लिये जमकर लाठियां भांजी। एहतियात के तौर पर भारी पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है।

दो दिन से चल रहा था विवाद

जानकारी के मुताबिक, अमराई गांव निवासी इलियास कुरैशी बकरीद में कुर्बानी के लिये चार ऊंट और कई भैंसे लाया था। इन सभी जानवरों की कुर्बानी गांव के सार्वजनिक स्थान पर किये जाने की योजना थी। सार्वजनिक स्थान पर होने वाली कुर्बानी को लेकर गांव में रहने वाले दूसरे पक्ष के लोगों ने ऐतराज जताया। विवाद के अंदेशे में गांव में पीएसी को तैनात कर दिया गया था। ऐतराज के बावजूद सोमवार को बकरीद के मौके पर उसी सार्वजनिक स्थान पर तीन ऊंट और कई भैंसों की कुर्बानी की गई। जिसे लेकर गांव में भारी रोष व्याप्त हो गया।

नगर निगम में कर दी शिकायत

पुलिस व प्रशासन द्वारा इस कुर्बानी पर रोक न लगाए जाने पर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत नगर निगम से की। जिसके बाद पशु क्रूरता के खिलाफ काम करने वाली संस्था 'सोसायटी फॉर प्रीवेंशन एनिमल क्रूएलिटी' का जांच दल अध्यक्ष अमित सहगल के नेतृत्व में मंगलवार सुबह गांव पहुंचा और बाकी बचे एक ऊंट को साथ लाए गए नगर निगम के ट्रक से लोड कर कान्हा उपवन के लिये चल पड़े। यह देख इलियास पक्ष के लोग भड़क उठे और उन्होंने ट्रक का पीछा कर उसे पिकनिक स्पॉट रोड पर रोक कर ऊंट को नीचे उतार लिया और फिर से गांव वापस लौट आए।

पथराव के बाद बिगड़े हालात

गांव लौटने के बाद उन लोगों ने इसी गांव में रहने वाले शैलू अवस्थी के घर पर पथराव शुरू कर दिया। यह देख शैलू पक्ष के लोग भी भड़क उठे और उन लोगों ने भी जवाबी पथराव शुरू कर दिया। काफी देर तक चले हंगामे के बाद गांव में तैनात पीएसी जवानों ने किसी तरह उपद्रवियों को काबू किया। पर, शाम होते-होते फिर से हालात बिगड़ने लगे और दोनों पक्ष एक बार फिर सामने आ गए और पथराव शुरू कर दिया। गांव में तैनात पीएसी जवान हरकत में आते इससे पहले ही भीड़ में शामिल अराजक तत्वों ने अवैध असलहों से फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में तेजा मौर्या की पत्नी शांति के कंधे में गोली लगी और वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ी। उधर, पथराव में आफताब, नौशाद और एक ख्0 वर्षीया युवती को गंभीर चोटें आई। करीब एक घंटे तक चले पथराव और फायरिंग के बाद एसपी ट्रांसगोमती दिनेश यादव, सीओ गाजीपुर दिनेश पुरी, सीओ महानगर विशाल पांडेय, सीओ गोमतीनगर चंद्रसेन भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लाठियां भांजकर उपद्रवियों को खदेड़ा। खबर लिखे जाने तक गांव में सभी पुलिस ऑफिसर्स गांव में ही कैंप कर रहे थे। खबर लिखे जाने तक किसी पक्ष की ओर से एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई थी।