लखनऊ (ब्यूरो)। बुधवार को कोर्ट ने टीले वाली मस्जिद मामले में मुस्लिम पक्ष की रिवीजन याचिका खारिज कर हिंदुओं की मांग पक्ष में फैसला सुनाया था। इस फैसले और शुक्रवार को जुमे की नमाज को देखते हुए पुलिस ने टीले वाली मस्जिद के आसपास फोर्स तैनात कर दी। पूरा एरिया छावनी में तब्दील रहा। नमाज से पहले पुलिसकर्मी मस्जिद व शहर के संवदेनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च करते दिखाई पड़े। साथ ही, संवेदनशील एरिया में ड्रोन के जरिए कड़ी निगरानी रखी गई।

पेट्रोलिंग से बरती सख्ती

गौरतलब है कि कोर्ट के फैसले के बाद शहर की शांति व्यवस्था को बकरार रखने के लिए पुलिस से लेकर प्रशासन सतर्क हो गया था। शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया। इसके साथ ही पुलिस विभाग के आलाधिकारी इन इलाकों में तेज पेट्रोलिंग के साथ पैदल गश्त करना शुरू कर दिया। इसके अलावा, ड्रोन कैमरों से निगरानी भी की गई। डीपीसी पश्चिम देवेश पांडेय ने बताया कि जुमे की नमाज को लेकर पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे।

10 संवेदनशील थानों को सेक्टर में बांटा

पुराना लखनऊ पश्चिमी जोन के 10 संवेदनशील थानों को सेक्टर में बांटा गया था। इसके साथ ही टीले वाली मस्जिद के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। इस दौरान पीएसी कंपनी, आरआरएफ, सब इंस्पेक्टर, राजपत्रित अधिकारी, समेत पुरुष व महिला सिपाही तैनात थे। वहीं, जुमे की नमाज से पहले सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी नजर रखी गई। बता दें कि जुमे की नमाज को शांतिपूर्ण से सम्पन्न कराने के लिए जहां पुलिस-प्रशासन अपने-अपने स्तर से जुटा था तो मुस्लिम धर्मगुरु भी वक्फ मस्जिदों के मुतवल्लियों को निर्देश जारी किया था।