- आतंकी अबू के बहनोई और रिश्तेदार हिरासत में, पूछताछ

- मुस्तकीम और इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉ¨वस के राजधानी कनेक्शन की पड़ताल कर रही लखनऊ पुलिस

- किसके इशारे पर अबू के बहनोई मजहर ने की थी पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत, कॉल डिटेल से हो रही जांच

रुष्टयहृह्रङ्ख : दिल्ली में गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉविंस (आईएसकेपी) के आतंकी मुहम्मद मुस्तकीम खान उर्फ यूसुफ उर्फ अबू यूसुफ की गुमशुदगी की शिकायत करने वाले उसके बहनोई मजहर व अन्य रिश्तेदारों से लखनऊ पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस ने दुबग्गा की फिरदौस कॉलोनी में रहने वाले मुस्तकीम के बहनोई मजहर और उसके भाई नसरुद्दीन को हिरासत में भी लिया है। खुफिया एजेंसियां इस बारे में पता कर रही हैं कि आखिर किसके कहने पर मजहर ने थाने में अबू की गुमशुदगी की शिकायत की थी। पुलिस मजहर और उसके घरवालों की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है।

दुबग्गा की फिरदौस कॉलोनी में पसरा सन्नाटा

पुलिस ने रविवार को मजहर, उसकी मां और भाई नसरुद्दीन से काकोरी थाने में पूछताछ की। घटना को लेकर फिरदौस कॉलोनी में रविवार को सन्नाटा पसरा रहा। पूछताछ में मजहर ने बताया कि मुस्तकीम बलरामपुर स्थित घर से शुक्रवार को लखनऊ के लिए निकला था। काफी देर तक जब वह नहीं आया तो उन लोगों ने शनिवार को दुबग्गा पुलिस चौकी में इसकी शिकायत की। इसके बाद काकोरी थाने जाकर मुस्तकीम के लापता होने की तहरीर दी। इस बीच दिल्ली से मुस्तकीम उर्फ अबू यूसुफ के गिरफ्तार होने की जानकारी पाकर मजहर और उसके परिवारजन घर लौट आए। वहीं, लखनऊ पुलिस को भी पूरे मामले की जानकारी हो गई। इसके बाद छानबीन शुरू की गई।

अबू ने फरवरी में की थी बहन की शादी

नसरुद्दीन ने बताया कि फरवरी 2020 में मुस्तकीम ने अपनी बहन की शादी उसके भाई मजहर से की थी। मजहर और नसरुद्दीन सऊदी अरब में नौकरी करते थे। लॉकडाउन की वजह से नसरुद्दीन वहां से लखनऊ लौट आया था।

लखनऊ में कई रिश्तेदार

छानबीन में सामने आया है कि फिरदौस कॉलोनी में ही मुस्तकीम के मामा एहतराम भी परिवार के साथ रहते हैं। हाल में एहतराम की किडनी का ऑपरेशन हुआ था और वह अस्पताल में भर्ती हैं। पूछताछ में मजहर और उसके घरवालों ने बताया कि मुस्तकीम उनके घर नहीं आता था। हालांकि, आसपास के लोगों ने मुस्तकीम के वहां आने की पुष्टि की है। मजहर का कहना है कि मुस्तकीम अलीगंज में अपने चाचा वसीम के यहां अक्सर आता था और वहीं पर रुकता था। उधर, पुलिस का कहना है कि जब मजहर ने मुस्तकीम के लापता होने की शिकायत की थी तो दुबग्गा चौराहे पर लगे सीसी कैमरे खंगाले गए थे। कैमरे में वह कहीं नजर नहीं आया था। मजहर और उसके घरवालों ने मुस्तकीम का आतंकी कनेक्शन की जानकारी होने से इनकार किया है।

दहशत में गुजरी करीबियों की रात

दिल्ली में पकड़े गए आतंकी अबू यूसुफ का संबंध जब उतरौला के बढ़या भैसाही गांव से निकला, तो इलाके में अफरातफरी मच गई। अबू यूसुफ ही मुस्तकीम है, यह बात सामने आते ही करीबियों के होश उड़ गए। दिल्ली पुलिस और यूपी एटीएस की टीम ने उसे गांव लाकर धरपकड़ शुरू कर दी। कार्रवाई देख मुस्तकीम के सगे-सबंधी व मोबाइल से संपर्क में रहने वाले सकते में आ गए कि कहीं पुलिस उनको भी न उठा ले, इसी दहशत में लोगों की रात बीती। पुलिस ने किस-किस को हिरासत में लिया, यह जानने की भी बेताबी रही।

बदल गए रंग-ढंग

गांव की रहने वाली असफिया खानम के मुताबिक, अप्रैल में लॉकडाउन के समय वह घर के बाहर बैठी थीं, तभी कब्रिस्तान में जोरदार विस्फोट की आवाज गूंजी। एक ¨चगारी भी आसमान में उड़ती दिखाई दी, लेकिन उस समय नहीं मालूम था कि यह करतूत पड़ोस में रहने वाला मुस्तकीम कर रहा है। गांव की ताहिरा का कहना है सऊदी अरब से वापस आने के बाद से मुस्तकीम के रंग-ढंग बदल गए थे। हर कोई उससे दूर ही रहता था। उसके पकड़े जाने पर लोगों को यही आशंका थी कि उसकी करतूत की आंच बेगुनाहों पर न पड़े। हर कोई यही दुआ कर रहा था कि मुस्तकीम के बारे में जानने के लिए पुलिस ग्रामीणों व पड़ोसियों पर सख्ती न करे।

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पुलिस टीम लौटने के बाद ली राहत की सांस

रविवार को गहन छानबीन व बरामदगी के बाद दिल्ली पुलिस व यूपी एटीएस मुस्तकीम को लेकर लौट गई। उसके जाने के बाद गांव में लगे सुरक्षा बलों को हटाकर आवागमन बहाल किया। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। साथ ही मोबाइल व अन्य माध्यमों से उससे जुड़े लोगों की जान में जान आई।