- करोड़ों की प्रॉपर्टी को हायर कर रखा है हजारों में

- पार्टी कार्यालयों के नाम पर घेर कर बैठे हैं महंगी सम्पत्ति

ritesh.dwivedi@inext.co.in

LUCKNOW: इन पालिटिकल पार्टीज का करिश्मा देखिए। करोड़ों रुपए केवल रैलियों में खर्च करने वाली इन पार्टी दफ्तरों का किराया महज हजारों में ही है। इसमें भी वॉटर टैक्स और हाऊस टैक्स भी शामिल है। राज्य संपत्ति विभाग में दाखिल एक आरटीआई में जो सूचना मिली वह काफी चौकाने वाली थी। राज्य सरकार ने राजनीतिक दलों को लगभग मुफ्त में सरकारी आवास आवंटित किये हैं, जबकि इन्हीं बेशकीमती जमीनों के आस-पास किराया क्0 से ख्0 हजार रुपए है। साथ ही, वॉटर टैक्स और हाऊस टैक्स भी अलग से देना पड़ता है।

किराया है या मजाक

प्राप्त सूचना के अनुसार माल एवेन्यू स्थित कांग्रेस कार्यालय को जल कर सहित प्रति माह मात्र ख्ब्ख्8 रुपये का किराया देना पड़ता है। क्9 ए विक्रमादित्य मार्ग स्थित समाजवादी पार्टी दफ्तर का किराया ख्ब्ख्भ् प्रति माह है, जबकि म्ए लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित समाजवादी युवजन सभा कार्यालय का मासिक किराया ख्भ्ख्भ् है। फ्8डीए मेजर बैंक्स रोड स्थित जनता दल कार्यालय का मासिक किराया ख्0ख्म् रुपये, विधानसभा मार्ग स्थित भारतीय जनता पार्टी दफ्तर का किराया ब्8ब्9 रुपये, 9बी त्रिलोकी नाथ रोड स्थित लोक दल कार्यालय का किराया ख्0ब्म् और विधान सभा मार्ग स्थित मा‌र्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी दफ्तर का मासिक किराया ख्008 रुपये प्रति माह है। वहीं, निष्क्रिय लोकतांत्रिक कांग्रेस पार्टी का आवंटन निरस्त होने के बाद भी विधानसभा के निकट एक सरकारी भवन पर कब्जा है, जिसका किराया ख्ब्ख्भ् रुपये प्रति माह है।

क्0 से क्भ् हजार किराया

इनके विपरीत लखनऊ के इन प्राइम लोकेशन में एक छोटे ख् बेड रूम फ्लैट को किराया क्0-क्भ् हजार से कम नहीं है जबकि ख्000 वर्ग फीट के एक छोटे स्वतंत्र आवास का किराया एक लाख रुपये प्रति माह से ऊपर होता है।

नहीं मिला अधिकारी का फोन

इस बारे में जब राज्य सम्पत्ति अधिकारी राज किशोर से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन स्विच ऑफ था।