लखनऊ (ब्यूरो)। भारतीय सेना में शुरू हुई मिशन अग्निपथ योजना के तहत यूपी और उत्तरखंड में अगस्त माह से चार वर्ष के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जायेगी। इस संबंध में सेना की ओर से रोडमैप तैयार किया जायेगा। बीते मंगलवार को केंद्र सरकार की ओर से अग्निपथ योजना को मंजूरी मिलने के बाद बुधवार को इस संबंध में लखनऊ मध्यकमान सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कई अहम जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि अब से सभी भर्तियां अग्निपथ योजना के तहत होंगी। इस साल अक्टूबर के आखिरी और नवंबर के पहले सप्ताह में लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर सेना भर्ती कार्यालय से जुड़े जिलों की भर्ती अग्निपथ स्कीम से पूरी कर ली जाएगी। अगस्त के आखिरी और सितंबर के पहले सप्ताह में उत्तराखंड और मेरठ सहित पश्चिम यूपी के जिलों में भर्ती आयोजित की जाएगी। चयन प्रक्रिया पहले की तरह ही होगी।

जुलाई 2023 तक पहला बैच तैयार

ले। जनरल डिमरी ने बताया कि अगले 90 दिनों में भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। पूरी ट्रेनिंग के साथ जुलाई 2023 में पहला बैच सुरक्षा के लिए मैदान में उतार दिया जायेगा। अधिकारियों ने बताया कि अग्निवीर को आकर्षक फाइनेंशियल पैकेज मिलेगा। अगले साल आइटीआई स्किल डेवलपमेंट वालों को भी भर्ती में शामिल किया जायेगा। ले। जनरल ने कहा कि अभी एनसीसी के लिए कोई सीधी व्यवस्था नहीं की गई है। अग्निपथ योजना अभी पुरुषों के लिए है। हालांकि, मिलिट्री पुलिस में महिला सिपाही की भर्ती में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

जवानों को कहा जायेगा अग्निवीर

चार वर्ष के लिए जो जवान भर्ती किए जायेंगे उनकी उम्र सीमा साढ़े 17 से 21 साल तय की गई है। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद ये जवान सेना के बीच अग्निवीर के नाम से जाने जायेंगे। मध्य कमान स्टाफ अध्यक्ष ले। जनरल विवेक कश्यप ने कहा कि स्कीम को लेयर युवाओं के बीच सर्वे किया गया है। ज्यादातर ने कहा था कि उनका सपना देश की सेवा और सेनाओं की यूनिफार्म पहनना है।