लखनऊ (ब्यूरो)। कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसकी वजह से मरीज और तीमारदारों को मानसिक तौर पर काफी कुछ झेलना और सहना पड़ता है। इसी समस्या को देखते हुए चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान में शुक्रवार से साइको आंकोलॉजी की ओपीडी शुरू की गई है। यह यूपी का पहला सरकारी संस्थान है, जिसमें कैंसर मरीजों व उनके तीमारदारों के लिए विशेष ओपीडी शुरू की गई है। इससे कैंसर मरीज व तीमारदारों को राहत मिलेगी। जिससे उनको ट्रीटमेंट के दौरान आराम मिल सकेगा।

बढ़ता कैंसर चिंता का विषय

कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ। आरके धीमन ने बताया कि कैंसर मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। चिंता की बात यह है कि ज्यादातर मरीजों को शुरुआत में बीमारी का पता नहीं चल पाता है। बीमारी का पता चलने पर मरीज व उनके तीमारदार मानसिक रूप से बहुत परेशान हो जाते हैं। इलाज के दौरान भी मरीज के तीमारदार को मानसिक पीड़ा से गुजरना पड़ता है। कैंसर का इलाज लंबा चलता है। यह सब सोंच कर मरीज व तीमारदार परेशान होते हैं। तनाव की चपेट में आ जाते हैं।

मरीजों को मिलेगी राहत

कैंसर मरीज व तीमारदारों को तनाव से बचाने के लिए साइको आंकोलॉजी की ओपीडी शुरू की गई है। निदेशक डॉ। आरके धीमन ने बताया कि संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक व मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ। देवाशीष शुक्ला ने शुक्रवार से ओपीडी में मरीजों का इलाज शुरू कर दिया है। इसमें परामर्श और काउंसलिंग की सुविधा भी है। दिमागी रूप से परेशान मरीजों को राहत दी जाएगी। कैंसर का इलाज लंबा चलता है। इससे मरीजों की उलझन और बढ़ जाती है। लिहाजा कैंसर के साथ मानसिक बीमारियों का इलाज भी जरूरी है। इससे मरीज कैंसर से और बेहतर मुकाबला कर सकेगा।

तीन दिन चलेगी ओपीडी

चिकित्सा अधीक्षक डॉ। देवाशीष शुक्ला ने बताया कि ओपीडी का संचालन सप्ताह में तीन दिन किया जाएगा। ओपीडी, सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को कमरा नंबर 110 में सुबह नौ से शाम पांच बजे तक चलेगी। इस दौरान मरीजों को देखने के साथ सलाह उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि मरीजों को मानसिक तौर पर राहत मिल सके।

कैंसर मरीजों और तीमारदारों के लिए साइको आंकोलॉजी ओपीडी शुरू की गई है। इसमें परामर्श और काउंसलिंग की सुविधा भी है, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

-डॉ। आरके धीमन, निदेशक, कैंसर संस्थान