- पुलिस प्रशासन की निगरानी में हुई रामपाल की बिल्डिंग पर कार्रवाई

LUCKNOW: जियामऊ स्थित विधायक रामपाल यादव की अवैध इमारत को तोड़ने का सिलसिला थर्सडे तड़के करीब तीन बजे तक जारी रहा। लगभग पूरी तरह बिल्डिंग को ध्वस्त करने के बाद ही एलडीए और जिला प्रशासन का दस्ता वापस लौटा। हालांकि, शुक्रवार को भी दिनभर पुलिस और पीएसी ने बिल्डिंग को अपने कब्जे में रखा और किसी को भी इमारत के पास तक नहीं जाने दिया।

बिल्डिंग में था करोड़ों का सामान

एलडीए द्वारा तोड़ी गई इमारत लगभग पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। लेकिन, शुक्रवार को भी बिल्डिंग पुलिस के ही कब्जे में रही। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि दोपहर में विधायक रामपाल यादव का बेटा अन्य समर्थकों के साथ बिल्डिंग में रखे सामान को लेने पहुंचा लेकिन पुलिस ने उसे वापस कर दिया। उनकी पुलिस से कहासुनी भी हुई कि करोड़ों का सामान रखा है बर्बाद हो जाएगा। इस पर पुलिस ने डीएम से लिखित ऑर्डर लाने की बात कहकर वापस कर दिया। इसके बाद समर्थक वापस लौट गए।

विधायक से ही वसूलेंगे पूरा खर्च

एलडीए सचिव श्रीश चंद्र वर्मा ने बताया कि बिल्डिंग अवैध रूप से बनाई गई थी। इसलिए इसको तोड़ने में आने वाला खर्च भी बिल्डिंग बनाने वाले को वहन करना पड़ेगा। इसको तोड़ने में 5 जेसीबी मशीनें और दो पोकलैंड मशीनें लगाई गई थीं। अभी इन सबका वैल्यूएशन किया जा रहा है और जल्द ही वसूली के लिए नोटिस जारी किया जाएगा।

सैलरी को लेकर संशय

तोड़ी गई इमारत के गोदाम में आईटीसी कंपनी का लगभग चार से पांच करोड़ का माल भरा पड़ा है। बिल्डिंग तोड़ने आई टीम ने कर्मचारियों और विधायक के लोगों को सामान बाहर निकालने का मौका ही नहीं दिया। विधायक की बिल्डिंग में बने गोदाम में काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि पिछले एक माह से वे लोग यहां पर काम कर रहे हैं। कंपनी की ओर से 70 लोगों का स्टाफ यहां पर तैनात किया गया है। काम कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि बिल्डिंग टूटने के बाद से अब उनकी सैलरी पर संकट आ गया है। बताया गया था कि एक तारीख को उनकी सैलरी मिलेगी लेकिन अब गोदाम ही तोड़ दिया गया जिसके कारण वे डरे हुए हैं। दर्जन भर कर्मचारी शुक्रवार को दिन भर बिल्डिंग के आस पास ही बने रहे। लेकिन पुलिस ने किसी को अंदर नहीं जाने दिया।

अवैध खनन की भी होगी वसूली

गोदाम में बेसमेंट भी मिला है। इसके लिए खनन अधिकारी से परमीशन नहीं ली गई। जिला प्रशासन जल्द ही इसके लिए नोटिस जारी करेगा और अवैध खनन के लिए जुर्माना वसूला जाएगा।

करीब दो करोड़ का फटका

इमारत टूटने से विधायक रामपाल को लगभग डेढ़ करोड़ से अधिक का झटका लगा है। एलडीए अधिकारियों के मुताबिक चार मंजिला इमारत बनाने में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक खर्च आने का अनुमान है। यही नहीं रामपाल ने बिल्डिंग के ऊपर होर्डिग के लिए 8 से 10 लाख का ढांचा भी खड़ा कर दिया था। इसे भी एलडीए के बुलडोजर ने ध्वस्त कर दिया।

बिल्डिंग अवैध रूप से बनाई गई थी। इसलिए इसको तोड़ने में आने वाला खर्च भी बिल्डिंग बनाने वाले को वहन करना पड़ेगा। इसको तोड़ने में 5 जेसीबी मशीनें और दो पोकलैंड मशीनें लगाई गई थीं।

श्रीश चंद्र वर्मा,

एलडीए सचिव