लखनऊ (ब्यूरो)। लोहिया संस्थान में बड़े पैमाने पर रिटायर हो चुकी नर्सों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इनको 61 हजार रुपये प्रति माह सैलरी का प्रावधान रखा गया है। भर्ती को लेकर मंगलवार को संस्थान के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में इंटरव्यू किया गया। इस दौरान बेरोजगार नर्स और भाजपा युवा मोर्चा के नेताओं ने सीएम को लेटर लिखकर भर्ती प्रक्रिया निरस्त करने की मांग की है।

बेरोजगार अभ्यर्थियों ने किया हंगामा

लोहिया संस्थान में संविदा पर नर्सिंग ग्रेड-2 के 40 पदों पर भर्ती के लिए पांच जनवरी को विज्ञापन निकाला गया। मंगलवार को इसी के तहत इंटरव्यू का आयोजन किया गया, जिसके लिए बड़ी संख्या में रिटायर्ड नर्सेज के अलावा बेरोजगार अभ्यर्थी भी पहुंच गये। पर मौका केवल रिटायर्ड अभ्यर्थियों को ही दिया गया, जिसपर बेरोजगार अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट गया और वे हंगामा करने लगे। क्योंकि इसमें केवल सरकारी सेवा से रिटायर हुए नर्सिंग कर्मचारियों को ही बुलाया गया था। बेरोजगार अभ्यर्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना मिलने पर किसी तरह अधिकारियों ने मामला शांत कराया।

युवाओं को नहीं मिल रहा मौका

बेरोजगार अभ्यर्थियों का आरोप है कि एक ओर प्रदेश सरकार युवाओं को नौकरी देने की बात कह रही है। वहीं, दूसरी ओर लोहिया संस्थान में रिटायर अफसरों की फौज तैयार की जा रही है। चपरासी से लेकर अधिकारी तक की पोस्ट पर रिटायर लोगों को मौका दिया जा रहा है। संस्थान द्वारा अब तक 20 से ज्यादा रिटायर लोग को रखा गया है, पर युवाओं को कोई मौका नहीं दिया जा रहा है। आरोप है कि आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारियों को 15 हजार प्रति माह वेतन दिया जा रहा है। वहीं, रिटायर्ड नर्सों का वेतनमान 61 हजार प्रति माह निर्धारित हुआ है। उनको पहले से ही 40 से 50 हजार रुपये पेंशन मिल रही है। ऐसे में, हम बेरोजगारों से साथ मजाक किया जा रहा है।

जल्द नियमित भर्ती होगी

मामले को लेकर निदेशक डॉ। सोनिया नित्यानंद ने बताया कि इंटरव्यू प्रक्रिया के दौरान कोई हंगामा नहीं हुआ। कुछ लोग विज्ञापन को बिना समझे आ गये थे। उनको समझाया गया, तो वे वापस चले गये। अभी केवल कुछ समय के लिए संविदा पर नर्सों की भर्ती की जा रही है, क्योंकि नियमित पदों पर होनी वाली भर्ती प्रक्रिया आगे के लिए बढ़ाई गई है। तब तक के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत यह भर्ती की जा रही है।

नियमित भर्ती आगे की जानी है। कांट्रैक्ट बेसिस पर कुछ समय के लिए यह भर्ती की जा रही है। इस दौरान किसी प्रकार का कोई हंगामा नहीं हुआ।

-डॉ। सोनिया नित्यानंद, निदेशक, लोहिया संस्थान