लखनऊ (ब्यूरो)। लगातार डायरिया के सामने आ रहे मामलों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर जलकल की ओर से पूरे शहर में सभी वार्डों में सीवर-पेयजल लाइन का सर्वे शुरू कराया जा रहा है। इसके अंतर्गत कई बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी। इसके साथ ही जिन वार्डों में पेयजल या सीवर लाइन जर्जर हालत में मिलेंगी, उनकी अलग से लिस्ट तैयार कराकर वहां पर नई सीवर और पेयजल लाइन बिछाई जाएगी। यह कार्य अमृत योजना के अंतर्गत किया जाएगा।
पुराने वार्डों पर विशेष फोकस
वैसे तो सभी वार्डों में सीवर और पेयजल लाइन को लेकर सर्वे कराया जाएगा, लेकिन मुख्य फोकस पुराने वार्डों पर किया जाएगा। इसकी वजह यह है कि पुराने वार्डों में सीवर और पेयजल लाइन सालों पुरानी हैैं, जो अक्सर क्षतिग्रस्त हो जाती हैैं। जिसकी वजह से संबंधित एरिया के लोगों को दूषित जलापूर्ति का सामना करना पड़ता है। पुराने वार्डों में लालकुआं वार्ड, महात्मा गांधी वार्ड, सरोजनीनगर, इस्माइलगंज द्वितीय वार्ड, नरही वार्ड इत्यादि शामिल हैैं।
इस तरह होगा सर्वे
जलकल की ओर से कई बिंदुओं पर सर्वे कराने की तैयारी की जा रही है, जो इस प्रकार है
1-सीवर और पेयजल लाइन की स्थिति
2-कब बिछाई गई थीं दोनों लाइनें
3-अभी तक कितनी बार मेंटीनेंस हुआ
4-दूषित जलापूर्ति की समस्या है या नहीं
5-पब्लिक के सुझाव
अमृत योजना में शामिल
जिन वार्डों में बदतर हालत में सीवर और पेयजल लाइन मिलेंगी, उन्हें तत्काल अमृत योजना में शामिल किया जाएगा। कई वार्डों की लाइनों को पहले ही अमृत में शामिल किया जा चुका है और अब जिन नए वार्डों में बदहाल पेयजल या सीवर लाइन की समस्या सामने आएगी, उन्हें भी अमृत में शामिल किया जाएगा।
जलकल की ओर से सभी वार्डों में पेयजल और सीवर लाइन की कंडीशन पता लगाने के लिए सर्वे कराया जाएगा। इस बाबत निर्देश जारी कर दिए गए हैैं। अमृत योजना के तहत जर्जर पेयजल और सीवर लाइनों को चेंज किया जाएगा।
-इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त