- राज्यसभा सासंद डॉ। सुधांशु त्रिवेदी ने इंस्टीट्यूट के स्थापना के लिए दिए 50 लाख रुपए

- लखनऊ यूनिवर्सिटी में नई शिक्षा नीति पर आयोजित हुआ ऑनलाइन व्याख्यान

LUCKNOW :

लखनऊ यूनिवर्सिटी में जल्द एक नए इंस्टीट्यूट की स्थापना की जाएगी, जिसमें यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जेनेटिक बीमारियों के साथ संक्रामक रोगों पर रिसर्च करेंगे। इसके लिए राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी की ओर से 50 लाख का बजट दिया गया है। इस बजट से ही जुलॉजी विभाग में इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस मोलेकूलर गेनेटिक्स एंड इंफेसीयस डिजीज की स्थापना होगी।

की जा रही थी डिमांड

एलयू के प्रवक्ता डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना शुरू होने के साथ ही एलयू में इस तरह के रिसर्च इंस्टीट्यूट की डिमांड होने लगी थी। एलयू ने अपने यहां कोरोना टेस्ट शुरू करने की बात की थी, लेकिन जरूरी संसाधन न होने से यह न हो सका। इस इंस्टीट्यूट की स्थापना होने के साथ ही यूनिवर्सिटी इस तरह के संक्रामक रोगों के साथ जेनेटिक रोगों पर रिसर्च कर सकेगा। यह इंस्टीट्यूट जूलॉजी डिपार्टमेंट के अंतर्गत होगा। इसमें साइंस के सभी डिपार्टमेंट मिलकर काम करेंगे।

स्टूडेंट अपने कौशल को बेहतर बनाएं

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर ऑनलाइन व्याख्यान देते हुए डॉ। सुधांशु त्रिवेदी ने शनिवार को कहा कि इसे दुनिया की सबसे बड़ी स्कूल जाने वाली आबादी को सशक्त बनाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य बेहतर अनुसंधान के साथ अनुसंधान अभिविन्यास को प्रेरित करना है। ये नीति पहले पांच वषरें के दौरान परीक्षाओं में पास होने या असफल होने के डर से रहित है।