लखनऊ (ब्यूरो)। ललित मोहन वर्ष 2007 में बैंक से रिटायर हुए थे। उनका एक बेटा पुणे में जबकि बेटी लंदन में रहती है। ललित की पत्नी प्रीति घर पर पति के साथ रहती थीं। स्थानीय लोगों के मुताबिक प्रीति हर रोज शाम को चार से पांच बजे टहलने जाती थीं। गुरुवार को भी वह टहलने गई थीं। प्रीति ने घर के बाहर से ताला बंद कर दिया था। वापस आकर ताला खोला और घर के भीतर दाखिल हुईं। कमरे में जैसे ही प्रीति ने प्रवेश किया, सामने दीवार के सहारे ललित मोहन लहूलुहान पड़े थे। पति को इस हालत में देखकर प्रीति की चीख निकल पड़ी। प्रीति ने शोर मचाया। चीखपुकार सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे और भीतर का नजारा देखकर सन्न रह गए। मड़ियांव पुलिस को घटना की जानकारी दी गई, जिसके बाद अधिकारी वहां पहुंचे। ललित मोहन की मौत हो चुकी थी। कमरे में खून बिखरा थाए जो ललित के संघर्ष की कहानी बयां करने के लिए काफी था। भीतर के कमरों में सारा सामान इधर-उधर पड़ा था। हत्यारे ने अलमारी और बेड के सामान बाहर फेंक दिए थे और नकदी व कीमती जेवर लूट ले गया था। माना जा रहा है कि हत्यारा गेट पर ताला लगा देख दीवार फांदकर घर में दाखिल हुआ था। भीतर ललित ने हत्यारे को देखकर विरोध किया होगा और उसने उनकी जान ले ली होगी।

रेकी कर वारदात की आशंका

रेकी के बाद घटना किए जाने की आशंका जताई जा रही है। प्रीति हर रोज टहलने जाती थीं। ऐसे में संभव है कि हत्यारे को इस बात की जानकारी थी और उसने उसी समय घटना करने की सोची। ललित मोहन के शरीर पर मिले गहरे चोट को देखकर कुछ लोग गोली मारने की आशंका भी व्यक्त कर रहे हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही गोली की पुष्टि हो सकेगी।

पुलिस चौकी के पास घटना से दहशत

बेहद पॉश कालोनी में दिनदहाड़े हुई घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राम राम बैंक पुलिस चौकी से थोड़ी दूरी पर लूट व हत्या की घटना हुई है। कालोनी व आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है। प्रीति अभी तक पुलिस को लूट की रकम व जेवर के बारे में जानकारी नहीं दे पाई हैं। सीसी फुटेज में प्रीति घर के बाहर टहलते देखी गई हैं। पुलिस कई बिंदुओं पर घटना की छानबीन कर रही है। फुटेज के जरिए हत्यारे की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। हालांकि अभी तक बदमाशों की संख्या का पता नहीं चल सका है।