लखनऊ (ब्यूरो)। मंगलवार को सागर शर्मा की एक फोटो सामने आई है, जिसमें वह किसी आटा या सीमेंट गोदाम में मजदूरी (लोडिंग-अनलोडिंग) करता दिखाई दे रहा है। इस फोटो के सामने आने से साफ हो गया है कि सागर बेंगलुरु में मजदूरी करता था।

दोस्त के मोबाइल से मिली फोटो

संडे को दिल्ली की स्पेशल टीम लखनऊ में सागर के घर आई थी। वीडियो कॉल पर सागर की परिजनों से बात कराई गई थी और उसके कमरे की दोबारा तलाशी ली गई थी। जांच टीम को सागर के दोस्त के मोबाइल से उसकी दो तस्वीरें मिली हैं। एक में वह बेंगलुरु के किसी गोदाम के बाहर खड़ा है। वहीं, दूसरी में वह किसी गोदाम के अंदर लोडिंग-अनलोडिंग करता दिख रहा है। संभावना जताई जा रही है कि तस्वीर आटा या सीमेंट के गोदाम की है।

मिला एक वर्ष का स्टेटमेंट

जांच टीम सागर के घर से मिली पासबुक को लेकर तीन बैंकों में गई थी। टीम ने सागर और उसके परिजनों से बैंक खाते का लेन-देन ब्यौरा जुटाने का प्रयास किया था। इस दौरान बैंक ने जांच टीम को सागर के स्टेटमेंट की कॉपी उपलब्ध कराई। पिता रोशन लाल शर्मा, मां रानी शर्मा के बयान दर्ज करते हुए सभी परिवारिक सदस्यों के आधार, वोटर आईडी कार्ड और पेन कार्ड की फोटो काफी लेते हुए साक्ष्य जुटाए।

सवाल जवाब से परिजन परेशान

रोशन लाल शर्मा का कहना है कि सागर केपकड़े जाने के बाद स्थानीय पुलिस, जांच एजेंसी, स्पेशल पुलिस परिवार से तरह-तरह के सवाल पूछ रही है। इन सवालों से सभी की हिम्मत टूट रही है। बेटे की करतूत सामने आने के बाद मां रानी बीमार रहने लगी हैं।