लखनऊ (ब्यूरो)। गुडंबा इंस्पेक्टर मो अशरफ ने बताया कि गुरुवार को पुलिस की उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा के केन्द्र शक्ति इंफोसॉल्यूशन के व्यवस्थापक ने सूचना दी कि परीक्षार्थी धर्मेन्द्र की जगह कोई दूसरा पेपर देने आया है। उसके प्रवेश पत्र पर लगी फोटो संदिग्ध लग रही है। इस पर जांच पड़ताल की गई तो मामला सही पाया गया। जिसमें सामने आया कि धर्मेंद्र की जगह राजस्थान का अशोक कुमार परीक्षा देने आया है। उसके गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी की जा रही है।

फोटो बदलकर दे रहा था परीक्षा
पुलिस के मुताबिक साल्वर अशोक ने खुद को असली धर्मेंद्र साबित करने के लिए परिजनों से तक फोन पर बात करा दी। वहीं खुद के धर्मेंद्र होने का लिखित शपथ पत्र तक दे दिया। धर्मेंद्र और अशोक की फोटो इतनी मिलती थी कि पुलिस भी एक बार उसकी बातों में आ गई, लेकिन वह पुलिस के कई सवालों का जवाब नहीं दे पाया तो पुलिस को संदेह हुआ। जब परीक्षार्थी के विषय में जानकारी जुटाने पर उसके साल्वर गैंग से जुड़े होने का खुलासा हुआ। अशोक भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है।

घर पर पुलिस पहुंचते ही परीक्षार्थी फरार
साल्वर अशोक की गिरफ्तारी होने के बाद घर पर पुलिस के पहुंचने की जानकारी होते ही परीक्षार्थी धर्मेंद्र फरार हो गया। गुडंबा पुलिस ने धर्मेंद्र की पहचान कराने के लिए स्थानीय पुलिस उसके घर भेजी थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक वह भी लखनऊ साल्वर के साथ परीक्षा देने आया था। पुलिस सर्विलांस की मदद से उसकी तलाश कर रही है।

यह हुआ गिरफ्तार
अशोक कुमार, निवासी ग्राम व पोस्ट बहताना थाना डीग तहसील डीग जनपद भरतपुर (राजस्थान)

इसकी जगह दे रहा था परीक्षा
धर्मेन्द्र सिंह, निवासी नगला सैदा, थाना थाना मगोर्रा, नैनुपट्टी, मथुरा, उप्र