लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी से असोसिएट्स एडेड कॉलेजों में इस साल कई कॉलेजों में सीटें खाली रह गई हैं। इन सीटों पर न ही स्टूडेंट्स का दाखिला हो सका है और न ही कॉलेज किसी नए स्टूडेंट का दाखिला ले पाएंगे। एलयू ने अपना रजिस्ट्रेशन पोर्टल शुक्रवार से बंद कर दिया है। इसके कारण एडेड कॉलेजों के सामने सीटें खाली रह जाने की समस्या बनी हुई हैं। जिन कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया चल रही हैं, वहां उन्हीं स्टूडेंट्स का दाखिला लिया जा रहा है जिनका एलयू के रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन हो चुका है। दरअसल, इस साल से एलयू ने रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य किया था। ऐसे में इस सेशन में सेल्फ फाइनेंस के अलावा रेगुलर सीट्स भी खाली रह जाना कॉलेजों के लिए बड़ी समस्या है।

कई कॉलेजों में 50 फीसदी सीटें खाली

इस साल एडमिशन प्रोसेस की बात करें तो कई एडेड कॉलेजों में अलग-अलग कोर्स में 50 फीसदी तक सीटें तक खाली रह गई हैं। केकेवी में यूजी व पीजी में 700 सीटें खाली हैं। इसमें बीए में 150, बीएएसी बायो व मैथ्स में प्रत्येक में 200, बीकॉम में 150 सीट्स खाली हैं। विद्यांत हिन्दू पीजी कॉलेज में बीए कोर्स मे 670 सीट्स में 520 खाली हैं, करामत गर्ल्स कॉलेज में 1075 में से 575 खाली हैं, शशि भूषण डिग्री कॉलेज में 500 में 400 के करीब खाली पड़ी हुई हैं। कालीचरण पीजी कॉलेज में 30 फीसदी और महिला डिग्री कॉलेज में भी 700 के करीब सीटें खाली हैं।

कॉलेजों की संख्या बढ़ने से बढ़ रही दिक्कतें

महिला डिग्री कॉलेज की प्राचार्य निशा गुप्ता ने बताया कि अभी तक हमारे कॉलेज में कुल 700 सीटें खाली रह गई हैं। उनका कहना है कि एक तरफ तमाम कॉलेज खुलने की वजह से दाखिले कम हो रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ स्टूडेंट्स रेगुलर कॉलेज आना भी नहीं चाह रहे हैं। इन दोनों के कारण हमारे कॉलेजों में एडमिशन को लेकर परेशानियां हो रही हैं। जानकारों का कहना है कि इसके अलावा एलयू की ओर से चार नए जिलों में कॉलेजों को सहयुक्तता मिलने, एडेड कॉलेजों का एलयू की सेंट्रलाइज्ड दाखिला प्रक्रिया से बाहर रह जाने के कारण भी एडेड कॉलेजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।