- मदरसा बोर्ड ने जिलों में नियुक्त किए प्रभारी अफसर

- बोर्ड के कर्मचारी भी जिलों में जांच के लिए तैनात

रुष्टयहृह्रङ्ख : प्रदेश में मदरसा शिक्षकों की जांच शुरू हो गई है। सरकार ने जांच के लिए मदरसा बोर्ड को एक माह का समय दिया है। मदरसा बोर्ड ने भी सभी जिलों में जांच के लिए प्रभारी अफसर नियुक्त कर दिए हैं। साथ ही मदरसा बोर्ड के एक-एक कर्मचारी को भी हर जिले में लगाया गया है। सभी जिलों से शिक्षकों की मार्कशीट व अभिलेख मदरसा बोर्ड मंगाए गए हैं। मार्कशीट व अभिलेख फर्जी मिलने पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सभी के चेक होंगे पेपर

शिक्षकों की नियुक्तियों में हुए घोटालों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने राज्य के अनुदानित मदरसों के शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच कराने का फैसला लिया है। इसी के तहत मदरसा बोर्ड ने जांच शुरू कर दी है। जांच में एक माह का समय लगेगा। प्रदेश के 558 अनुदानित मदरसों में नौ हजार से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। इन सभी के अभिलेखों की जांच की जाएगी। मदरसा बोर्ड ने सभी जिलों में प्रभारी अधिकारी नामित कर दिए गए हैं। प्रभारी दूसरे जिले के अफसरों को बनाया गया है।

जांच अधिकारियों की भी जवाबदेही

मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि जांच करने वाले प्रभारी अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। यदि किसी अफसर ने जांच में लापरवाही बरती तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों की मार्कशीट व प्रमाणपत्रों के सत्यापन के लिए पहले चरण में इन्हें एकत्र किया जा रहा है। इसके बाद दूसरे चरण में जिस बोर्ड की मार्कशीट व प्रमाण पत्र होंगे, वहां भेजकर सत्यापन कराया जाएगा। जिन बोर्ड के परीक्षा परिणाम ऑनलाइन हैं, उनका सत्यापन तत्काल हो जाएगा। सभी प्रभारी अधिकारियों व कर्मचारियों को पूरी गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।