लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के लोकबंधु अस्पताल में अब गर्भवतियों को ओपीडी में पुरुष मरीजों के बीच लाइन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मंगलवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अलग भवन में ओपीडी के संचालन की सुविधा का शुभारंभ किया। साथ ही नवीन गायनी ओपीडी, वेबसाइट और लॉन्ड्री व्यवस्था का भी शुभारंभ किया। ऐसे में महिला मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

सरकारी लाभ सभी को मिले

लोकबंधु अस्पताल पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने ओपीडी रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया को और व्यवस्थित तरीके से बढ़ाने के साथ गर्भवती महिलाओं के लिए केंद्र सरकार की तरफ से तमाम योजनाओं का संचालन का लाभ मिले यह सुनिश्चित कराने के लिए कहा। साथ ही अस्पताल में 24 घंटे सामान्य व ऑपरेशन से प्रसव हों। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर के आंकड़ों में कमी लाने के लिए संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जाए। इसके अलावा साफ-सफाई और संक्रमण से बचाव पर विशेष ध्यान देने को कहा।

जल्द खुलेगा ब्लड बैंक

लोकबंधु अस्पताल में 318 बेड पर मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। मरीजों की सुविधाओं के लिए अस्पताल में जल्द ही ब्लड बैंक खोला जाएगा। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि मरीजों की सहूलियतों के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इस मौके पर अस्पताल में रक्तदान शिविर लगाया गया। अस्पताल के एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि ब्लड बैंक खोलने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही मरीजों के लिए ब्लड बैंक खुलेगा। इस मौके पर निदेशक डॉ। दीपा त्यागी, सीएमएस डॉ। एसके सक्सेना समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

प्राइवेट पैथोलॉजी में डेंगू जांच कीमत तय करने के निर्देश

राजधानी समेत प्रदेश में डेंगू के खतरे को देखते हुए सरकार लगातार कदम उठा रही है। डेंगू को हराने के लिए सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र के अस्पताल-पैथोलॉजी सेंटर को मिलकर काम करने की जरूरत है। मरीजों को बेहतर-सस्ती दर पर जांच व इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। डेंगू के नाम पर मरीजों को डराया न जाए। जांच की वाजिब कीमत ही प्राइवेट पैथोलॉजी मरीजों से लें। यह निर्देश डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिए हैं।

तय करें डेंगू जांच की दरें

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सभी सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि सरकारी अस्पतालों में डेंगू मरीजों की मुफ्त जांच की सुविधा है। कार्ड जांच में पॉजिटिव आने पर एलाइजा टेस्ट कराया जाता है। प्राइवेट पैथोलॉजी सेंटर में काफी संख्या में मरीज जांच करा रहे हैं। प्राइवेट पैथोलॉजी में जांच की कीमतों में एकरूपता नहीं है। इससे असमंजस्य की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में जिलों के सीएमओ प्राइवेट पैथोलॉजी सेंटर के साथ बैठकर डेंगू जांच की कीमत तय करें ताकि प्राइवेट पैथोलॉजी में जांच के नाम पर मनमानी पर अंकुश लगाया जा सके। वहीं मरीज भी तय कीमत होने पर मनपंसद सेंटर में जांच करा सकते हैं। इसके अलावा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व नर्सिंग होम एसोसिएशन के स्थानीय पदाधिकारियों के साथ ही सीएमओ बैठक कर इलाज की कीमतों तय करें।