लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी में शनिवार को कार्यपरिषद की बैठक हुई। यह बैठक कुलपति प्रो। आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कई प्रस्तावों पर मोहर लगा दी गई। कार्यपरिषद की बैठक में तीन नए महाविद्यालयों की मान्यता के साथ-साथ 19 कॉलेजों में अलग-अलग पाठ्यक्रमों को सत्र 2023-24 के लिए अस्थाई सयुक्तता दी गई है। वहीं, 2 कॉलेजों को अलग-अलग पाठ्यक्रमों के लिए स्थायी संबद्धता दी गई।

नियुक्ति को मिली हरी झंडी

बैठक में सेल्फ फाइनेंस कोर्स में असिस्टेंट प्रोफेसर के चयन का अनुमोदन प्रदान किया गया है। इनमें मकैनिकल इंजीनियरिंग में 3, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में 1 और रेगुलर डिपार्टमेंट एंशियंट इंडियन हिस्ट्री में 3, अप्लाइड इकोनॉमिक्स में 1 और मेडिवल एंड मॉडर्न इंडियन हिस्ट्री में 1 नियुक्ति हुई है। इसके अलावा विवि के अलग अलग विभागों के 40 शिक्षकों का स्थायीकरण किया गया।

एनईपी के तहत बनेंगे सेल व नई पॉलिसी

कार्यपरिषद की बैठक में एलयू ने कई सेल बनाए जाने और नई पॉलिसी को लेकर भी स्वीकृति दी है। एलयू में इंटरनेशनल सेल का गठन किया जाएगा। इसके अलावा कई पॉलिसी पर भी काम किया जाएगा। एलयू ने सस्टेनेबल प्रोक्योरमेंट पॉलिसी, सस्टेनेबिलटी एंड क्लाइमेट एक्शन, सस्टेनेबल इंवेस्टमेंट पॉलिसी, इक्वैलिटी डायवर्सिटी एंड इंक्लूजन पॉलिसी, एंटी डिस्क्रिमनेशन एंड एंटी हैरेसमेंट पॉलिसी के साथ-साथ एंटी ब्राइबरी एंड करप्शन पॉलिसी का अनुमोदन दिया है।

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एलयू में आज से शुरू हुआ पीजी एंट्रेंस एग्जाम

लखनऊ यूनिवर्सिटी में शनिवार से पोस्ट ग्रेजुएट एंट्रेंस एग्जाम की शुरुआत हुई। यह एग्जाम 4 हजार सीटों के लिए हो रहा है। एग्जाम दो शिफ्ट में हुआ। पहली शिफ्ट सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक चली। वहीं दूसरी शिफ्ट में दोपहर 3 बजे से शाम 4:30 बजे तक एग्जाम हुआ। एलयू प्रवक्ता प्रो। दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह की पाली में एंथ्रोपॉलजी, सोशियोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, पब्लिक हेल्थ का एग्जाम हुआ। वहीं दूसरी पाली में एआईएच एंड आर्कियोलॉजी, अप्लाइड जियोलॉजी, बीलिबआइएससी, बायो केमिस्ट्री और पब्लिक हेल्थ का एग्जाम देने स्टूडेंट्स पहुंचे। एआईएच में जहां 81 फीसदी ने परीक्षा दी। वहीं अप्लाइड जियोलॉजी में 66 फीसदी स्टूडेंट्स शामिल हुए। बीएलआईएससी में 75 फीसदी, बायोकेमिस्ट्री में 65 फीसदी, पब्लिक हेल्थ में 61 फीसदी, एंथ्रोपॉलजी में 78 फीसदी, सोशियोलॉजी में 73 फीसदी, बायोटेक्नोलॉजी में 64 फीसदी और पब्लिक हेल्थ्र कम्युनिटी मेडिसिन में 80 फीसदी स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया।