लखनऊ (ब्यूरो)। अभी तक फर्जी रजिस्ट्रियों की संख्या 13 के आसपास पहुंच चुकी है, वहीं अभी 80 अन्य प्लॉट्स की जांच कराई जा रही है। जिससे साफ है कि इन सभी प्लॉट्स पर फर्जीवाड़े का साया मंडरा रहा है। जांच के बाद सही तस्वीर साफ हो जाएगी। एलडीए के प्लॉट्स की फर्जी रजिस्ट्री कराने वाले लोगों का नेटवर्क मजबूत है। पहले तो उनकी ओर से प्लॉट्स के फर्जी अभिलेख तैयार कराई जाते हैैं, फिर नकली गवाह तक मैनेज किए जाते हैैं। इसके बाद अच्छी कीमतों पर प्लॉट्स की बिक्री कर दी जाती है और एलडीए प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लग पाती है।

नौ प्लॉट्स में मिला है खेल
तीन से चार दिन पहले ही एलडीए की टीपी नगर योजना में नौ प्लॉट्स में खेल मिला है। इन सभी प्लॉट्स की फर्जी रजिस्ट्री की गई है। इन रजिस्ट्री में भी फर्जी गवाह के साथ-साथ डॉक्यूमेंट्स में भी खेल किया गया है। इतना ही नहीं प्राधिकरण के दो पूर्व कर्मचारियों की आईडी का भी इस्तेमाल किया गया है। जिसके बाद एलडीए प्रशासन की ओर से इन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। गोमतीनगर और जानकीपुरम मामले में भी एलडीए की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है।

2 हजार से अधिक प्लॉट्स
ट्रांसपोर्ट नगर योजना में दो हजार से अधिक प्लॉट्स हैैं। इनमें से अधिकतर प्लॉट्स कॉमर्शियल हैैं, जिससे प्लॉट की कीमत 70-80 लाख से लेकर करोड़ों तक में है। इस योजना के प्लॉट्स की रजिस्ट्री में ज्यादा खेल किया गया है। इसे ध्यान में रखते हुए एलडीए की ओर से पहले चरण में 80 से अधिक प्लॉट्स की रजिस्ट्री की जांच शुरू करा दी गई है। इसकी वजह यह भी है कि इन प्लॉट्स को लेकर कंपलेन भी की गई है। इनकी जांच पूरी होने के बाद अन्य प्लॉट्स की भी जांच कराई जाएगी।

एक-एक अभिलेख की जांच
जिन प्लॉट्स की रजिस्ट्री हो चुकी है, उनमें रजिस्ट्री के दौरान लगे एक-एक अभिलेख की जांच कराई जा रही है। इसके साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि किन व्यक्तियों ने रजिस्ट्री के दौरान अपने हस्ताक्षर किए हैैं और गवाह के रूप में कौन-कौन लोग मौजूद रहे हैैं। इन सभी के बयान दर्ज करने की भी तैयारी की जा रही है। मूल आवंटी को भी बुलाया जा रहा है, जिससे सारी हकीकत सामने आ सके। आशंका है कि 80 में से कई प्लॉट्स की फर्जी रजिस्ट्री मिल सकती है और बड़ा खेल सामने आ सकता है।

अवैध निर्माणों की भी कुंडली
एलडीए की ओर से नए सिरे से अवैध निर्माणों की कुंडली बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए जोनवार टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें निर्माणाधीन साइट्स पर जाकर अभिलेख और नक्शों की जांच कर रही हैैं और अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है। इस रिपोर्ट को वीसी को दिया जाएगा। जो भी अवैध निर्माण सामने आएंगे, उनके खिलाफ सीलिंग या ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ, शहर के आउटर एरिया में बन रहे रो हाउसेस पर भी एलडीए की ओर से शिकंजा कसा गया है। रो हाउसेस प्रोजेक्ट्स के नक्शों की जांच कराई जा रही है और डेवलपर्स को नोटिस जारी हो रही है।

टीपी नगर योजना में करीब 80 प्लॉट्स की रजिस्ट्री की जांच कराई जा रही है। अभी तक एक दर्जन से अधिक फर्जी रजिस्ट्री के मामले इस योजना में पकड़े गए हैैं। इसकी वजह से ही ऑडिट कराया जा रहा है।
डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए