लखनऊ (ब्यूरो)। सरकार का प्रदेश से थैलेसीमिया और सिकल सेल के खात्मे को लेकर विशेष जोर है। इसी को देखते हुए केजीएमयू भी आगे कदम बढ़ा रहा है। जिसके तहत नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के विशेष प्रोजेक्ट के तहत इसके लिए जरूरी हाई परफॉर्मेेंस लिक्विड क्रोमेटोग्राफी (एचपीएलसी) जांच फ्री में की जाएगी, ताकि समय रहते गर्भवती महिला की जांच की सके। इसके लिए केजीएमयू के पैथालॉजी विभाग द्वारा क्वीन मेरी अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं की जांच फ्री में की जाएगी। संस्थान प्रशासन के मुताबिक, रिजेंट आते ही जांच शुरू हो जाएगी, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

बीमारी का पहले चल सकेगा पता

प्रदेश की महिलाओं में खून की कमी के चलते एनीमिया का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। इसके अलावा सिकल सेल और थैलेसीमिया के भी मामले बढ़ रहे हैं। इसी की रोकथाम के लिए एनएचएम के प्रोजेक्ट के तहत एचपीएलसी जांच फ्री में की जायेगी। इसके लिए केजीएमयू के क्वीन मेरी में आने वाली गर्भवती महिलाओं की जांच होगी। अभी तक इसकी जांच के लिए करीब 650 रुपये फीस देनी पड़ती थी। वहीं, निजी लैब में यह फीस हजारों में जाती है। पैथालॉजी विभाग की डॉ। रश्मि कुशवाहा ने बताया कि थैलेसीमिया की जांच बच्चों में पहले से ही फ्री में चल रही है। अब गर्भवती में भी यह जांच फ्री में की जायेगी। यह जांच प्रेग्नेंसी के 14 सप्ताह के भीतर करवानी चाहिए। इसके अलावा इस जांच से हीमोग्लोबिन और उसके वैरियंट का भी पता चल सकता है। महिला के टेस्ट में पॉजिटिव आने के बाद पति की भी जांच की जाएगी। अगर जांच में दोनों पॉजिटिव आते हैं तो शिशु की भी जांच कराई जाएगी। इससे गर्भस्थ शिशु में होने वाली बीमारियों का पता पहले ही चल सकेगा।

जल्द शुरू होगी जांच

डॉ। रश्मि ने बताया कि जांच के लिए जरूरी रिजेंट का वेट कर रहे हैं। जिसके आते ही जांच शुरू कर दी जाएगी। यह जांच शुरू होने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।