- भूतनाथ मार्केट में सुबह से रात तक रहता है जाम ही जाम

- चालीस फीट की रोड दोनों तरफ से ब्लॉक, महज आठ फीट पर चलने को मजबूर

भूतनाथ मार्केट के आंकड़े पर एक नजर

600 स्थाई दुकाने

500 अस्थाई दुकाने

25 हजार लोगों का फुटफाल

3 हजार चार पहिया हर दिन ऑन रोड

भूतनाथ मार्केट में तीन पार्किग

1- एलडीए की मल्टीलेवल पार्किग

क्षमता- 100 चार पहिया की

01- नगर निगम की पार्किग

क्षमता- चार पहिया-20, दो पहिया 60

01- आवास विकास की पार्किग (फ्री)

क्षमता- 60 से 70 दो पहिया

LUCKNOW: साहब, पार्किग है तो सड़क छोड़ वहां गाड़ी पार्क करो ना। यह बात आपको भूतनाथ मार्केट में दिन भर हजारों बार सुनने को मिल जाएगी। हैरानी की बात तो यह है कि इसे सुनने के बाद भी कार सवार अनसुना कर रोड पर गाड़ी खड़ी कर देते हैं। इसकी वजह से चालीस फीट की रोड पर लोगों के निकलने के लिए सिर्फ आठ फीट की जगह ही मिलती है।

40 फीट की रोड बची 8 फीट की

फैजाबाद रोड से इंदिरानगर बी ब्लॉक के बीचों बीच बनी शहर की पॉश भूतनाथ मार्केट पांच सौ मीटर की लंबाई में फैली हुई है, जिसमें 6 सौ से ज्यादा स्थाई दुकानें और पांच सौ से ज्यादा अस्थाई दुकानें हैं। इसके अलावा भूतनाथ मार्केट में बहुचर्चित भूतनाथ मंदिर भी है, जहां हर दिन हजारों लोग दर्शन और पूजन करने आते हैं। मार्केट में 40 फीट की रोड है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि चलने के लिए मात्र 8 फीट की ही रोड बचती है। फुटपाथ से लेकर रोड के दोनों तरफ अस्थाई दुकानदारों का कब्जा है और बाकी दोनों तरफ मार्केट में आने वाले लोग अपने चार पहिया वाहन पार्क कर देते हैं।

पार्किग फिर भी रोड पर खड़ी होती है गाडि़यां

भूतनाथ मार्केट में तीन पार्किग हैं। पहली एलडीए की मल्टीलेवल पार्किग, जिसमें सौ से ज्यादा गाडि़यां खड़ी करने की क्षमता है। वहीं मार्केट के बीच में नगर निगम की पार्किग है। इसके अलावा आवास विकास की पार्किग है, जिसे फ्री कर दिया गया। इन पार्किग में न तो भूतनाथ मार्केट में काम करने वाले लोग अपनी गाडि़यां खड़ी करते हैं और न ही वहां आने वाले ग्राहक। पार्किग खाली पड़ती रहती है और लोग रोड पर ही गाड़ी पार्क करते हैं।

लोकल पुलिस की चुप्पी, ट्रैफिक कंट्रोल तैनात नहीं

रोड पर गाड़ी पार्क करने वालों के खिलाफ ट्रैफिक डिपार्टमेंट और पुलिस चालान की कार्रवाई करती है, लेकिन ज्यादातर रसूख वाले ही रोड पर गाड़ी खड़ी करते हैं, जिसकी वजह से पुलिस और ट्रैफिक डिपार्टमेंट के लोग चुप्पी साध लेते हैं। व्यापारियों का मानना है कि अगर मार्केट में ट्रैफिक कंट्रोलर की ड्यूटी लगाई जाए तो हालत काबू किए जा सकते हैं।

गलियों में पार्क कर देते हैं गाडि़यां

भूतनाथ मार्केट के आस-पास गलियों में रहने वाले भी ऐसे लोगों से परेशान हैं जो मार्केट में आते हैं और गलियों में लोगों के घरों के सामने गाड़ी पार्क कर चले जाते हैं। कई बार समस्या को लेकर स्थानीय लोगों ने शिकायत भी की है। वहीं स्थानीय दुकानदार इस समस्या को लेकर कई बार अधिकारियों से संपर्क कर चुके है, लेकिन वर्षो से निजात नहीं मिल पा रहा है।

बोले व्यापारी

भूतनाथ मार्केट में दोनों तरफ रोड पर लोग गाड़ी पार्क कर देते हैं, जिससे पैदल चलने वालों के साथ-साथ मार्केट के अंदर बैठे व्यापारियों को भी नुकसान होता है। ग्राहक जाम के चलते अंदर मार्केट में नहीं पहुंच पाते हैं। अस्थाई दुकानों के साथ-साथ ट्रैफिक की वर्षो से समस्या है। अगर मार्केट में ट्रैफिक कंट्रोलर की ड्यूटी लगाई जाए तो काफी हद तक समस्या निस्तारित हो सकती है।

- देवेन्द्र गुप्ता, अध्यक्ष, भूतनाथ व्यापार मंडल

मार्केट में तीन पार्किग हैं। एलडीए, आवास विकास, नगर निगम की। इसके बाद भी लोग पार्किग में गाड़ी पार्क नहीं करते हैं। रोड पर ही गाड़ी पार्क कर प्रॉब्लम बढ़ाते हैं। इसके अलावा फुटपाथ पर अस्थाई दुकानदारों के चलते यह समस्या दो गुनी हो जाती है। मार्केट में नो पार्किग करने वालों के खिलाफ ट्रैफिक डिपार्टमेंट द्वारा सप्ताह में एक दिन भी अभियान चलाया जाए तो हालत सुधारे जा सकते हैं।

- उत्तम कपूर, उपाध्यक्ष भूतनाथ व्यापार मंडल

पब्लिक से बात-चीत

भूतनाथ मार्केट कभी जाम मुक्त नहीं रहती है। सुबह हो या फिर शाम वहां से गुजरने का मतलब है जाम में फंसने। शाम के बाद तो स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती है। लोग चार पहिया से मार्केट आते हैं और रोड पर गाड़ी खड़ी कर देते हैं। चालीस फीट रोड 8 फीट की भी नहीं बचती है। दो पहिया वाहन छोड़े पैदल चलना तक मुश्किल होता है।

-गुरु प्रताप सिंह, इंदिरा नगर

मार्केट में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए एक नहीं तीन-तीन पार्किग दी गई है। बावजूद चार पहिया से आने वाले लोग गाड़ी पार्किग में नहीं खड़ी करते हैं। इस पर न तो स्थानीय पुलिस कोई एक्शन लेती है और न ही ट्रैफिक डिपार्टमेंट कोई ड्राइव चलाता है। बिना काम के भूतनाथ मार्केट जाने की आम लोग हिम्मत तक नहीं करते हैं।

-उमेश यादव, इंदिरा नगर

कोट-

शहर के कई फेमस मार्केट में जाम और पार्किंग को लेकर वहां के व्यापारियों से लगातार बात की जा रही है। मार्केट में आने वाले लोगों में पार्किग कल्चर आने के लिए पार्किग संचालकों से भी बात कर गाड़ी खड़ी करने वालों को स्कीम उपलब्ध कराई जा रही है। इसके बाद भी रोड पर गाड़ी पार्क करने पर उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई की जा रही है। व्यापारी और दुकानदार भी अगर ऐसे लोगों को टोकना शुरू कर दें तो समस्या काफी हद तक कम हो सकती है। एक्शन से ज्यादा लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।

डॉ। ख्याति गर्ग, डीसीपी ट्रैफिक