- गोली लगने से घायल क्रशर कारोबारी ने वीडियो जारी कर लगाए थे गंभीर आरोप

- एसपी पर छह लाख रुपये मांगने का लगा आरोप, कारोबारी ने बताया था जान का खतरा

LUCKNOW: प्रदेश में करप्ट अधिकारियों के खिलाफ चल रही योगी सरकार की कार्यवाही की जद में बुधवार को एसपी महोबा मणिलाल पाटीदार आ गए। उनके खिलाफ उनके खिलाफ धन उगाही और इसके लिए उत्पीड़न की मिली शिकायत को सीएम योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया और उन्हें सस्पेंड कर दिया। यह मामला तब और भी गंभीर हो गया, जब शिकायतकर्ता क्रशर कारोबारी अपनी कार में गोली लगने से घायल पड़ा मिला। कारोबारी ने दो दिन पहले एक वीडियो जारी कर एसपी मणिलाल से अपनी जान को खतरा बताया था। जिले के नए एसपी की जिम्मेदारी अब लखनऊ में डीसीपी अरुण कुमार श्रीवास्तव को सौंपी गई है।

एसपी पर लगाए थे गंभीर आरोप

क्रशर एवं विस्फोटक कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी मंगलवार को महोबा कस्बे से चार किलोमीटर दूर बांदा रोड पर अपनी कार में घायल हालत में पड़े मिले थे। उनके गले में गोली लगी थी। होश न आने से उनके बयान नहीं लिए जा सके। गंभीर हालत में उन्हें कानपुर रेफर कर दिया गया है। आरजेएस स्टोन क्रशर के पार्टनर इंद्रकांत ने सोमवार शाम को ही वीडियो जारी कर एसपी महोबा मणिलाल पाटीदार से जान का खतरा बताते हुए हत्या की आशंका जताई थी और करप्शन के आरोप लगाए थे। कहा था कि उनसे छह लाख रुपये की मांग की जा रही है। उन्होंने एसपी पर अवैध तरीके से गिट्टी व मौरंग के वाहन निकलवाने का भी आरोप लगाया था।

सीएम ने की कार्यवाही

वीडियो में वह हताश नजर आ रहे थे। उन्होंने यह भी कहा था कि यदि उनकी हत्या होती है तो जिम्मेदार एसपी और कबरई निवासी विस्फोटक कारोबारी सुरेश सोनी होंगे। वीडियो जारी करने के साथ ही एसपी के खिलाफ शिकायती पत्र प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृह सचिव सहित बड़े उच्च अधिकारियों को भी भेजा था। शासन ने इसका संज्ञान लिया और मुख्यमंत्री ने एसपी मणिलाल को निलंबित कर दिया। गृह विभाग के प्रवक्ता की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि एसपी मणिलाल ने गिट्टी की लोडिंग में लगी गाडि़यां चलाए जाने के लिए अवैध रूप से धन की मांग की थी। मांग पूरी न होने पर वाहन स्वामी का पुलिस से उत्पीड़न कराया गया। एसपी मणिलाल निलंबन अवधि में डीजीपी हेडक्वार्टर से संबद्ध रहेंगे। उन्होंने नवंबर 2019 में महोबा के एसपी का कार्यभार संभाला था।