- ट्रैफिक विभाग नहीं करता है सिटी में ओवर स्पीड पर चालान, केवल हाईवे पर हो रहे चालान

- स्पीडो मीटर ट्रैफिक लाइन में फांक रहे धूल, स्पीड का सांकेतिक बोर्ड तक नहीं

LUCKNOW: राजधानी में ओवर स्पीड में गाडि़यां नहीं चलती हैं। यह हम नहीं बल्कि राजधानी का ट्रैफिक विभाग कह रहा है। हर दिन चालान के कॉलम में ओवर स्पीड का सब्जेक्ट ही गायब है। पिछले एक साल से शहर में ओवर स्पीड में कोई चालान नहीं हुआ जबकि ओवर स्पीड के चलते आए दिन कई हादसे हो रहे हैं। वहीं ट्रैफिक लाइन में स्पीडो मीटर मशीन धूल फांक रही हैं।

लोहिया पथ पर आए दिन होते हैं हादसे

लोहिया पथ पर बुधवार देर रात ओवर स्पीड के चलते डिजायर कार अनियंत्रित होकर पलट गई थी। कार में दो युवती समेत पांच लोग सवार थे। कार में सवार लोग नशे में बताए गए। यह हादसा कालीदास मार्ग स्थित सीएम आवास के पास हुआ। यह कोई पहला मामला नहीं है ओवर स्पीड के चलते यहां आए दिन हादसे होते हैं। लोहिया पथ पर कई बार कार पलट चुकी है।

सिटी में नहीं होता ओवर स्पीड का चालान

टै्रफिक विभाग व परिवहन विभाग के बीच ओवर स्पीड चालान को लेकर कंफ्यूजन है। हालांकि ट्रैफिक विभाग के पास स्पीडो मीटर (ओवर स्पीड को नापने वाली मशीन) है, लेकिन वह शहर में एक्टिव नहीं हैं। स्पीडो मीटर पुलिस लाइन में धूल फांक रहे हैं। ट्रैफिक विभाग की तरह से जारी होने वाले चालान के हर दिन के आंकड़े इसके खुद गवाह हैं कि ओवर स्पीड पर जुर्माना नहीं लगाया जाता है जबकि ओवर स्पीड के चलते ही सबसे ज्यादा एक्सीडेंट होते हैं और उसमें मौतों की संख्या सबसे ज्यादा है।

इन मानकों पर होता है चालान

- दो पहिया वाहन में हेलमेट न धारण पर

- तीन सवारी में चालान

- चार पहिया में सीट बेल्ट में चालान

- बिना लाइसेंस के वाहन चलाने पर

- पॉल्यूशन का सर्टिफिकेट न होने पर

- रांग साइड चलाने पर

- नो-पार्किंग में गाड़ी पार्क करने पर

हाईवे पर होते हैं चालान

आगरा एक्सप्रेस पर ही ओवर स्पीड का चालान होता है। वहां कैमरों के साथ-साथ मशीन लगी है और ओवर स्पीड होते ही फोटो के साथ चालान हो जाता है। यह सुविधा अभी शहर में नहीं है। हालांकि ट्रैफिक विभाग के पास इंटरसेप्टर व्हीकल है जिनमें स्पीडो मीटर लगा रहता है, लेकिन वह शहर में अभी कहीं एक्टिव नहीं हैं।

एक साल पहले हुए थे 13 सौ चालान

2020 में ओवर स्पीड पर 1377 चालान ट्रैफिक पुलिस ने किए थे। ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ परिवहन विभाग भी ओवर स्पीड पर कार्रवाई करने के लिए जिम्मेदार है। हालांकि शहर के अलग-अलग हिस्से में ओवर स्पीड का मानक तो तय है, लेकिन उन एरिया में सांकेतिक बोर्ड तक नहीं लगे हैं, जिससे गाड़ी चलाने वालों को पता ही नहीं है कि किस एरिया में कितनी स्पीड से चलें।

कोट-

शहर में स्पीड के मानक तय हैं और जल्द ही सांकेतिक बोर्ड भी लगा जाएंगे। ओवर स्पीड के चालान आगरा एक्सप्रेस वे पर हो रहे हैं। फिलहाल शहर में ओवर स्पीड के चालान न के बराबर हो रहे हैं। जल्द ही यह व्यवस्था बहाल हो जाएगी।

-सैफूद्दीन, एसीपी ट्रैफिक