- बाजारों में सबसे पहले अपनाया जाएगा कांसेप्ट
- कम स्पेस में लेयर वाइस तैयार होती है स्टैक पार्किग
LUCKNOW बस कुछ दिन का इंतजार, फिर आपको मार्केट एरिया या राजधानी के सार्वजनिक स्थानों से गुजरने के दौरान सड़क पर पार्क होने वाले वाहनों के चलते जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। वजह यह है कि पार्किग की समस्या को दूर करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से एक्शन प्लान तैयार किया गया है। खास बात यह है कि इस प्लान को इंप्लीमेंट करने के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं।
पार्किग की समस्या
राजधानी की सभी प्रमुख बाजारों और मार्गो पर पार्किग की समस्या है। पार्किग संबंधी प्रॉपर अरेंजमेंट न होने से लोगों को सड़क पर ही वाहन पार्क करने पड़ते हैं। जिससे जाम लग जाता है।
प्लान बने, असर नहीं
पार्किग संबंधी व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए समय-समय पर प्लान तो बनते हैं लेकिन इनका कोई असर देखने को नहीं मिलता है। ऐसे में पार्किग की समस्या जस की तस बनी रहती है।
ये कवायद होगी
यह प्लानिंग जिला प्रशासन स्तर से की गई है। जो प्लान तैयार किया गया है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में मार्केट एरिया में स्टैक पार्किग व्यवस्था पर फोकस किया जाएगा। इस तरह की पार्किग के लिए बहुत अधिक स्पेस की जरूरत नहीं होती है।
जमीन तलाशनी होगी
इस पार्किग की सुविधा को शुरू करने के लिए भी जमीन की जरूरत होगी। ऐसे में जमीन तलाशने संबंधी जिम्मेदारी नगर निगम को दी जा रही है। नगर निगम प्रशासन की ओर से मार्केट वाइज जमीन चिन्हित करके इसकी लिस्ट जिला प्रशासन को भेज दी जाएगी।
बाक्स
फॉरेन कंट्रीज का कांसेप्ट
पार्किग का यह कांसेप्ट फॉरेन कंट्रीज बेस्ड है। इसी कांसेप्ट के आधार पर दिल्ली, मुंबई इत्यादि बडे़ शहरों में पार्किग की व्यवस्था की गई है। अब इसे राजधानी में एडॉप्ट करने की तैयारी की जा रही है।
बाक्स
स्टैक पार्किग के फायदे
1-पूरी पार्किग ऑटोमेटिक बेस्ड होती है।
2-इसमें एक समय में अधिक वाहन पार्क हो सकते हैं
3-हाईड्रोलिक मशीन की मदद से खाली स्पेस पर व्हीकल पार्क होते हैं
4-कंप्यूटर बेस्ड टेक्नोलॉजी होने से आसानी से पता चलता है कि कहां स्पेस खाली है
5-पार्किग में कंप्यूटराइज्ड रसीदें मिलती हैं, जिससे अधिक शुल्क नहीं लिया जा सकता
बाक्स
निगम भी व्यवस्था सुधारेगा
नगर निगम की ओर से पहले तो यह देखा जाएगा कि किस एरिया में पार्किग की ज्यादा दिक्कत है और अगर वहां पर निगम की पार्किग है तो उसमें रोजाना कितनी गाडि़यां पार्क होती हैं। निगम की ओर से लोगों से भी अपील की जाएगी कि सभी अपनी गाडि़यों को नगर निगम की पार्किग में ही पार्क करें। जिससे सड़क पर वाहन न नजर आएं। इसके लिए जोनवार टीमें भी बनाए जाने की तैयारी की जा रही है। हर टीम अपने जोन में पार्किग की व्यवस्था को बेहतर बनाएगी।
कोट
राजधानी में पार्किग की समस्या को दूर करने के लिए स्टैक पार्किग समेत कई अन्य बिंदुओं पर काम किया जा रहा है। पार्किग संबंधी समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा।
अभिषेक प्रकाश, डीएम