लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के कानपुर रोड स्थित लोकबंधु अस्पताल में जल्द ही इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब (आईपीएचएल) स्थापित होगी। जहां माइक्रोबायलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, आरटीपीसीआर समेत 150 के करीब महत्वपूर्ण जांचों की सुविधा मिल सकेगी। ऐसे में मरीजों को बड़ी जांचों के लिए पीजीआई या केजीएमयू के लिए नहीं भटकना पड़ेगा। अधिकारियों के मुताबिक, यूपी के किसी सरकारी अस्पताल में यह पहली ऐसी लैब होगी। उम्मीद है कि अगस्त माह के आखिरी तक लैब शुरू हो जाएगी। ऐसे में मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

लोकबंधु में खुलेगी पहली लैब

लोकबंधु अस्पताल में रोजाना 1700 से अधिक मरीज दिखाने के लिए आते है। जिसमें बड़ी संख्या में मरीजों को कई तरह की जांचें लिखी जाती हैं, जिसमें माइक्रोबायलॉजी से जुड़ी जांचें भी होती हैं। यहां पर पैथालॉजी की सुविधा तो है, लेकिन माइक्रोबायलॉजी से जुड़ी जांचों के सुविधा न होने से उनको मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है। पर अब मरीजों को जांच के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि केंद्र सरकार की पहल पर सभी जिला अस्पतालों में आईपीएचएल लैब की स्थापना होनी है। जिसके तहत प्रदेश के 20-25 जिला अस्पताल में लैब की स्थापना होनी है। जिसमें लोकबंधु यूपी का पहला अस्पताल होगा जहां यह लैब स्थापित की जा रही है। वहीं, इसके लिए मैनपॉवर एनएचएम द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। इस लैब में माइक्रोबायलॉजी, वायरोलॉजी, बैक्टीरियोलॉजी, इम्यूनोलॉजी, माइकोलॉजी, पैरासिटोलॉजी आदि की करीब 150 जांचे होंगी। इसके लिए अस्पताल के पास पैथालॉजिस्ट पहले से ही है। लैब के लिए जल्द ही माइक्रोबायलॉजिस्ट की भी तैनाती की जाएगी। इसके अलावा अन्य जरूरी स्टाफ भी उपलब्ध कराया जाएगा।

जल्द शुरू हो जाएगी लैब

डॉ। अजय शंकर ने बताया कि लैब के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। उम्मीद है कि अगस्त के आखिरी माह तक काम पूरा हो जाएगा। यह लैब फर्स्ट फ्लोर स्थित ब्लड बैंक के पास बन रही है। इस लैब के शुरू होने के बाद मरीजों की सभी जरूरी जांचे यहीं हो सकेगी, जिससे उनको बड़ी राहत मिलेगी।